बिहार के मदरसों में इस महीने से एक नई व्यवस्था लागू होने जा रही है. राज्य के सभी मदरसों में अगस्त से पेरेंट्स टीचर मीटिंग का आयोजन होने जा रहा है. जिसके लिए बिहार के सभी 1096 मदरसों को निर्देशित किया गया है. राज्य के अंतर्गत 1096 मदरसों में इस महीने से यह नई व्यवस्था शुरू होगी, इसी साथ बिहार ऐसा करने वाला पहला राज्य बन जाएगा. देश के किसी भी राज्य में अब तक का मदरसों में कहीं भी पेरेंट्स टीचर मीटिंग का आयोजन नहीं हुआ है.
इसमें बदलाव को लेकर बिहार मदरसा बोर्ड के परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर नूर इस्लाम ने कहा कि पीटीएम का उद्देश्य है शिक्षक और अभिभावक के बीच संवाद और संबंध स्थापित किया जाए. बच्चे पढ़ाई में कहां कमजोर हो रहे हैं. बच्चों की खूबी क्या है. इससे भी अभिभावकों को अवगत कराया जाएगा.
उन्होंने आगे बताया कि देश में पहली बार बिहार के मदरसों में पीटीएम की शुरुआत होने जा रही है. मदरसा में टीचर बच्चों के किताब, कॉपी को देखेंगे और रिपोर्ट बनाकर पीटीएम के दौरान अभिभावकों के सामने रखकर उस पर बातचीत करेंगे.
बिहार मदरसा बोर्ड ने राज्य के सभी 1096 मदरसों को निर्देश दिया है कि हर 3 महीने पर एक पेरेंट्स टीचर मीटिंग का आयोजन हो. अगर किसी मदरसे में इसका आयोजन नहीं किया गया तो वहां के मदरसा को मदरसा बोर्ड शो काॅज जारी करेगा. इस मामले में कार्रवाई भी बोर्ड की ओर से की जा सकती है. पेरेंट्स टीचर मीटिंग के लिए बोर्ड के व्यस्क शिक्षा कार्यक्रम के नोडेल अधिकारी सदस्यों की मदद करेंगे.
बिहार के 1096 मदरसों में क्लास 1 से लेकर इंटर तक करीब साढ़े 4 लाख बच्चे पढ़ाई करते हैं, जिनके लिए 12,465 टीचर है.