हैनली एंड पार्टनर्स ऑर्गनाइजेशन ने सोमवार को दुनिया भर की पासपोर्ट रैंकिंग जारी की है. 2024 के पासपोर्ट इंडेक्स के अनुसार भारतीय पासपोर्ट पांच पायदान नीचे फिसल गया है. पांच स्थान फिसलकर भारतीय पासपोर्ट 85वें स्थान पर पहुंच गया. 2023 में भारत के पासपोर्ट की रैंकिंग 80 थी.
हैनली पासपोर्ट इंडेक्स के मुताबिक दुनियाभर में फ्रांस का पासपोर्ट सबसे ज्यादा शक्तिशाली है. दुनिया के सभी देशों के पासपोर्ट पर नजर रखने वाली ऑर्गनाइजेशन के मुताबिक फ्रांस के पासपोर्ट धारी 194 देशों में बिना किसी वीजा के यात्रा कर सकते हैं, जबकि भारतीय 62 देश में बिना वीजा के यात्रा कर सकते हैं.
रूसी नागरिक बिना वीज़ा के 119 देशों की यात्रा
भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान की बात करें तो पाकिस्तान के पास दुनिया का चौथा सबसे कमजोर पासपोर्ट है. पाकिस्तानी पासपोर्ट की रैंकिंग 106 है, इसके नागरिक बिना वीजा के 34 देशों की यात्रा कर सकते हैं.
बीते कई महीनों से यूक्रेन और रूस के बीच में सारी जंग के बावजूद यूक्रेन का पासपोर्ट भारत ही नहीं बल्कि रूस से भी ज्यादा ताकतवर है. यूक्रेन के पासपोर्ट की रैंकिंग 31 है. यूक्रेनी नागरिक 148 देशों में वीजा के बिना यात्रा कर सकते हैं. रूस के पासपोर्ट की रैंकिंग 53 है. रूसी नागरिक 119 देशों में बिना वीजा के यात्रा कर सकते हैं. इजरायल के पासपोर्ट की रैंकिंग 20 है.
सबसे ताकतवर पासपोर्ट दुनिया में सिंगापुर, जापान, इटली, जर्मनी, फ्रांस, स्पेन का है. यहां के लोग 194 देशों में वीजा के बिना यात्रा कर सकते हैं. फिनलैंड, साउथ कोरिया, स्वीडन के लोगों का पासपोर्ट दूसरे नंबर पर है. यहां के लोग 193 देशों में वीजा के बिना यात्रा कर सकते हैं. ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, आयरलैंड, नीदरलैंड का पासपोर्ट तीसरे पायदान पर है. इन देशों के नागरिक 192 देशों में बिना वीजा के यात्रा कर सकते हैं. ब्रिटेन, बेल्जियम, नॉर्वे, लक्जमबर्ग और पुर्तगाल के नागरिक का पासपोर्ट चौथे नंबर पर है. यहां के लोग 191 देशों में बिना वीजा के यात्रा कर सकते हैं.
साल में दो बार पासपोर्ट की रैंकिंग को जारी किया जाता है. पहली बार जनवरी और दूसरी बार जुलाई में हैनली एंड पार्टनर्स ऑर्गेनाइजेशन इंडेक्स को जारी करती है.