बिहार में दिवाली और छठ के दौरान पटाखे से वायु प्रदूषण में तेजी दर्ज की गई है. राज्य के कई जिलों में हवा बुरी तरह से प्रदूषित है. राजधानी पटना में भी प्रदूषण का स्तर इन दिनों बढ़ता हुआ देखा जा रहा है.
पटना जिला प्रशासन ने बढ़ते हुए प्रदूषण पर मंगलवार के दिन मीटिंग बुलाई. मीटिंग में प्रशासन ने परिवहन, यातायात, पथ निर्माण, प्रदूषण नियंत्रण सहित कई विभागों के कामों की समीक्षा की.
पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए सभी लोगों को सजग रहना होगा. साथ ही प्रदूषण को कम करने के लिए योजना के अनुसार काम कर उसका अनुपालन करना होगा ताकि हवा की गुणवत्ता में सुधार किया जा सके.
पटना में लगातार हवा जहरीली होती हुई दर्ज की जा रही है. लोगों को सांस लेने में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. कोहरा घिरने के साथ ही धीरे-धीरे अब लोग अलाव और दूसरे जलाने वाली चीजों का करेंगे जिससे प्रदूषण और बढ़ने की संभावना होगी.
पटना नगर निगम ने इस वित्तीय वर्ष मनरेगा के तहत 5,45,000 पौधों को लगाया है. बीते दिनों परिवहन विभाग ने प्रदूषण फैलाने वाले कई बसों और गाड़ियों पर प्रतिबंध लगाया है. राजधानी में हो रहे निर्माण कार्यों को भी निर्देशानुसार काम करने के लिए कहा गया है. निर्देशों का पालन ना करने वालों पर पटना निगम सख्ती बरतने वाली है.