बिहार की राजधानी पटना में मेट्रो का काम कितनी तेजी से चल रहा है यह बात किसी से छुपी नहीं है. लेकिन इसी तेजी के बीच कई जगहों पर निर्माण में रुकावटें भी आ रही है, जिसको लेकर अब पटना डीएम ने सख्त कदम उठाया है. दरअसल पटना-गया रोड पर मेट्रो रेल डिपो के निर्माण के लिए पटना डीएम ने 37 मकानों के अधिग्रहण काआदेश दिया था, लेकिन इनमें से अब तक केवल चार ही मकान तोड़े गए हैं. बाकी 33 मकान को अभी तक नहीं तोड़ा गया है. मेट्रो निर्माण में तेजी लाने के लिए डीएनए शीर्षत कपिल ने भू अर्जन पदाधिकारी और मेट्रो अधिकारियों के साथ बैठक कर इन मकानों को जल्दी तोड़ने का आदेश दिया. वहीं इस पर मकान मालिकों कहना है कि जब तक उन्हें कही विस्थापित नहीं किया जाएगा, तब तक वह अपना मकान नहीं तोड़ने देंगे. लोगों ने बताया कि पिछली टूटी चार मकानों में से सिर्फ एक मकान मालिक को मुआवजा मिला है, बाकी को चार महीने बाद भी मुआवजा नहीं मिला.
बचे हुए 33 मकान में से 27 मकान मालिक ने मुआवजे के लिए आवेदन भी किया है, लेकिन अब तक मुआवजा नहीं दिया गया है. वही बाकी के 6 मकान मालिक विस्थापन की मांग कर रहे हैं.
पटना डीएम ने मीटिंग में पाटलिपुत्र बस टर्मिनल के सामने में मेट्रो डिपो की जमीन पर बने इन मकानों के अलावा मेट्रो निर्माण में बाधा बन रहे चार मेडिकल दुकानों को तोड़ने के आदेश दिए हैं. यह चार दुकाने पीएमसीएच की ओर हैं. मंगलवार को आयोजित हुई समीक्षा बैठक में दानापुर-बिहटा एलिवेटेड रोड के निर्माण पर भी फैसला लिया गया, जिसमें समन्वय स्थापित कर एजेंसी को बाधक बन रही संरचना और अतिक्रमण हटाने के लिए निर्देश दिया गया, ताकि निर्माण में तेजी आ सके.
अगर इस संबंध में किसी भी एजेंसी को समस्या होती है तो उसे एसडीओ से शिकायत करने का निर्देश दिया गया है. सभी निर्माण को तय समय तक पूरा करने के लिए पटना डीएम ने निर्देश दिए हैं.