पटना में बढ़ते गंगास्तर ने तबाही मचाई हुई है. राजधानी के कई इलाके बाढ़ की चपेट में बुरी तरह आ चुके हैं. बाढ़ के कारण बच्चों भविष्य पर गहरा असर हो सकता है. दरअसल पटना में बाढ़ की हालत को देखते हुए जिले के 76 स्कूलों को बंद करने का निर्देश दिया है.
बीते दिन दानापुर के नासरी गंज घाट पर स्कूल जाने के दौरान नाव पर बैठने के क्रम में एक शिक्षक की फिसलने से मृत्यु हो गई थी. जिसके बाद शिक्षकों में भारी आक्रोश देखा गया था. इस घटना के बाद शिक्षा विभाग ने शिक्षकों को स्कूल पहुंचने के समय में ढील दी थी. साथ ही विभाग की ओर से सरकारी नाव, लाइफ जैकेट इत्यादि उपलब्ध कराए जाने का निर्देश दिया था. हालांकि विभाग के आदेश के बाद भी ऐसा देखा नहीं जा रहा.
पटना डीएम ने मंगलवार को स्कूलों की स्थिति का रिव्यू किया और गंगा के जलस्तर में वृद्धि के कारण के स्कूलों बंद कर दिया. जिले के 76 सरकारी स्कूलों को 31 अगस्त तक बंद किया गया है. शनिवार को स्कूल के स्थिति को लेकर बैठक होगी और गंगा के जलस्तर में कमी आई तो स्कूल दोबारा खोले जाएंगे.
दियारा इलाके में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचा है. यहां नदी की धार भी तेज होने के कारण बच्चों और शिक्षकों के जीवन पर खतरा हो सकता है. पटना डीएम ने जिन स्कूलों को बंद किया है वह अठमलगोला, बाढ़, बख्तियारपुर, दानापुर, फतुहा, मनेर, मोकामा, पटना सदर के दियारा के अलग-अलग पंचायत के हैं. इनमें सबसे ज्यादा दानापुर में 42, बख्तियारपुर में 23 स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया गया है.