नीट यूजी पेपर लीक मामले में सीबीआई की जांच के दायरा बढ़ता जा रहा है. बुधवार को सीबीआई ने पटना एम्स के चार मेडिकल स्टूडेंट्स को मामले में हिरासत में लिया है. इन सभी स्टूडेंट को पूछताछ के लिए सीबीआई अपने साथ ले गई है. पटना एम्स से चंदन कुमार, राहुल कुमार, करण जैन और कुमार सानू को पुलिस ने हिरासत में लिया है. इनमें से चंदन कुमार, राहुल कुमार और करण जैन 2021 बैच के हैं. वही कुमार सानू 2022 बैच के स्टूडेंट है. सभी के रूम को भी सीबीआई ने जांच के लिए सील कर दिया है. इन सब के मोबाइल और लैपटॉप भी सीबीआई ने जब्त किए है.
बुधवार की दोपहर सीबीआई की टीम पटना एम्स पहुंची थी. जहां सिवान के रहने वाले चंदन कुमार को हिरासत में लिया गया. दोबारा शाम 6:00 बजे पटना के कुमार सानू, धनबाद के राहुल कुमार को भी सीबीआई पूछताछ के लिए ले गई. वही अररिया का रहने वाला करण जैन खुद ही जांच एजेंसी के पास से चला गया.
पेपर लीक के मामले में सीबीआई की जांच बिहार से झारखंड और झारखंड से एक बार फिर बिहार पहुंची है. इस पूरे जांच में सीबीआई मिसिंग लिंक को ढूंढने की कोशिश कर रही है, जिसने ट्रक की सूचना जालसाजो तक पहुंचाई. मंगलवार को भी सीबीआई ने इस मामले में दो गिरफ्तारी की थी, जिसमें पंकज कुमार और राजू कुमार शामिल है. पंकज ने ही ट्रक से पेपर चोरी किए थे. बुधवार को इन दोनों से 7 घंटे तक पूछताछ की गई.
नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई ने 25 दिन में सात राज्यों से 42 गिरफ्तारियां की है. जांच में पता लगा है कि अभियर्थियों तक पेपर पांच चरणों में पहुंचाया गया था. जिसमें पंकज ने ट्रक से पेपर चोरी किया, राजू ने हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल डॉक्टर एहसान उल हक को दिया. प्रिंसिपल ने पेपर संजीव मुखिया को दिया. संजीव मुखिया ने पेपर रॉकी तक पहुंचाया. रॉकी ने इसे आगे बढ़ाया और सॉल्व करवा कर चिंटू को दिया. चिंटू ने खेमनीचक स्कूल में अभ्यर्थियों को पेपर रटवाया.
पटना एम्स से स्टूडेंट की गिरफ्तारी पर एम्स डायरेक्टर डॉक्टर गोपाल कृष्णा ने कहा कि सीबीआई के जांच के रिपोर्ट पर एडमिनिस्ट्रेशन अपनी कार्रवाई करेगा.