आज बिहार विधानसभा का आखिरी दिन है, जिसके हंगामादार होने की पूरी आशंका है. सुबह 11:00 से सदन की कार्यवाही शुरू हो चुकी है. हर दिन विधानसभा की कार्यवाही में विपक्ष ने खूब हंगामा किया, तो इधर सड़क पर भी हर दिन सरकार के खिलाफ मार्च निकाला गया. जिसमें पुलिस की खूब लड़ियां बरसी. आज आखिरी दिन भी पटना की सड़कों पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन देखने मिला, जिसपर पुलिस की लाठियां बरसी हैं. पटना में आज पीटी टीचर्स ने सड़क पर अपनी मांगों को लेकर हंगामा किया, जिसपर लाठीचार्ज हुआ है.
शुक्रवार को फिजिकल टीचर्स सरकार के खिलाफ विरोध करने सड़क पर उतर गए. सचिवालय गेट के पास टीचर्स ने खूब हंगामा किया. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए उन पर लाठीचार्ज किया. सड़क पर शिक्षकों को दौड़ा-दौड़ा कर मारा गया, जिसमें महिलाओं को भी पुलिसकर्मी ने नहीं बख्शा. कई महिलाओं को पुलिस धकेलते हुए नजर आई.
फिजिकल टीचर्स शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशक के सेवा शर्त और वेतमान में सुधार की मांग के लिए प्रदर्शन किया. इन शिक्षकों का वेतन ₹8000 है, जिसे बढ़ाने की मांग की जा रही है. इस पूरे मामले पर बिहार शारीरिक शिक्षा एवं स्वास्थ्य अनुदेशक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजेश कुमार पांडे ने बताया कि बिहार सरकार के द्वारा शिक्षक नियोजन नियमावली 2012 के अंतर्गत STET 2019 का आयोजन किया गया था. जिसमें शारीरिक शिक्षकों की बहाली के लिए परीक्षा आयोजित की गई थी.
मालूम हो कि विधानसभा की कार्रवाई के दौरान पासवान समाज के प्रदर्शन पर पुलिस की लाठियां बरसी थी. उसके बाद युवा कांग्रेस के भी प्रदर्शन पर पुलिस ने खूब लाठियां चटकाई थी. गुरुवार को AISF ने भी 7 सूत्री मांगों को लेकर पटना में प्रदर्शन किया था.