दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में कोचिंग सेंटर हादसे ने लोगों की नींद उड़ा दी है. शनिवार को कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पढ़ रहे तीन बच्चों की डूबने से मौत हो गई. इस घटना के बाद राजधानी दिल्ली में छात्र खूब प्रदर्शन कर रहे हैं. इधर बिहार में भी छात्रों ने घटना को लेकर प्रदर्शन किया है.
पटना की सड़कों पर छात्र संगठन ने आज प्रदर्शन किया. दिशा छात्र संगठन की तरफ से पटना के भिखना पहाड़ी इलाके में सरकार और एमसीडी पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया गया. छात्र संगठन का कहना है कि छात्रों की मौत हादसा नहीं बल्कि एक हत्या है. दिशा के छात्रों ने इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच करने की मांग उठाई है.
प्रदर्शनकारी छात्रों की मुख्य मांग में जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्यवाही, कोचिंग निदेशक की गिरफ्तारी, छात्रों की सुरक्षा के लिए उचित व्यवस्था, पटना में कोचिंग संस्थानों में सेफ्टी मानको की जांच, कोचिंग संस्थानों में केंद्र के गाइडलाइन के साथ पढ़ाई, बिल्डिंग में बिल्डिंग कोड, उचित विद्युतीकरण इत्यादि की जांच शामिल है.
सोमवार को ही पटना डीएम ने जिले के करीब 20,000 कोचिंग संस्थानों के जांच के आदेश दिए थे. मंगलवार से 6 सदस्य टीम दो हफ्तों में कोचिंग सेंटरों की जांच कर रिपोर्ट सौंपेगी. टीम पटना के कोचिंग सेंटर में सुरक्षा मानकों की जांच से करेगी ,जो भी कोचिंग सेंटर मानक में खरे नहीं उतरेंगे, उन्हें बंद किया जाएगा.