पटना ज्ञान भवन में आज से दो दिवसीय मखाना महोत्सव की शुरुआत हुई है. कृषि विभाग बिहार की ओर से वैश्विक स्तर पर मखाना की मार्केटिंग और ब्रांडिंग के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन हुआ है. दो दिवसीय इस समारोह की शुरुआत कृषि मंत्री मंगल पांडे ने की, जिसका समापन 4 अगस्त को होगा. राष्ट्रीय मखाना महोत्सव सह प्रदर्शनी कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए कृषि विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि महोत्सव का मुख्य उद्देश्य मखाना उत्पादन के आधुनिक तकनीक से कृषिको को रूबरू कराना है. महोत्सव से मखाना व्यापार के नए आयाम भी खोजना और उसे विकसित करना है. आम लोगों को मखाना के औषधीय और पोशाक गुणों के प्रति जागरूक करना भी है.
किसानों के लिए भी यह महोत्सव काफी फायदेमंद है. इस महोत्सव से किसान अपने उत्पादों को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय बाजार में मार्केटिंग के लिए कई पहलुओं पर जानकारी इकट्ठा कर सकेंगे.
बता दें कि पूरे देश में मखाना उत्पादन का 85% से अधिक उत्पादन बिहार में होता है. उत्तर बिहार में मखाना की खेती 27,663 हेकटेयर में कराई जाती है, जिससे 56326 मेट्रिक मखाना उत्पादन होता है.
मखाना महोत्सव में विभिन्न ट्रेड के मखाना और मखाना उत्पाद की प्रदर्शनी लगाई गई है. जिसमें खरीद-बिक्री सम्मेलन, मखाना हार्वेस्टिंग, पॉपिंग में मशीन का उपयोग, कीट एवं रोग प्रबंधन, भौगोलिक सूचक रजिस्ट्री के लाभ इत्यादि पर 20 से अधिक स्टाल लगाए गए हैं.