ठंड को देखते हुए पटना नगर निगम ने शहर में 29 रैन बसेरों का निर्माण किया है. पटना में कुल 907 बेड की क्षमता वाले रैन बसेरों का निर्माण कराया गया, जिसकी शुरुआत सोमवार को हो गई है. इस रैन बसेरों को तीन तरह से बनाया गया है. जर्मन हैंगर से 12 रैन बसेरे का निर्माण हुआ है. 6 स्थाई और 11 अस्थाई रैन बसेरे बनाए गए हैं. पटना के सार्वजनिक स्थलों और चौक चौराहे, रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड के नजदीक ठंड में रात गुजारने के लिए इनका निर्माण कराया गया. जिससे गरीबों को कड़ाके की ठंड में राहत मिल सके और वह रहने की तलाश में इधर-उधर ना भटके.
इन बसेरों में लोगों को निशुल्क चौकी, बेडशीट, कंबल, मच्छरदानी, पानी, शौचालय साहित्य कई तरह की सुविधा दी जाएगी. सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी बसेरे में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. जिसकी निगरानी पटना नगर निगम के कंट्रोल रूम से होगी. यह कमरे 24 घंटे रैन बसेरों की मॉनिटरिंग करेंगे. सभी 29 बसेरों में सुरक्षा के उपकरण, जैसे अग्निशमन यंत्र, आने-जाने वालों के लिए रजिस्टर रखे गए हैं. सुविधा के लिए टेबल कुर्सी भी दिए गए हैं.
पटना में जीपीओ पुल के नीचे, माॅल रोड, हार्डिंग रोड, सचिवालय गेट नंबर 3, कंकड़बाग कॉलोनी मोड़, राजेंद्र नगर पुल के नीचे, बहादुर पुर पुल के नीचे, मलाही पकड़ी, नालंदा मेडिकल कॉलेज, वैशाली गोलंबर, पाटलिपुत्र बस टर्मिनल और एग्जिबिशन रोड में जर्मन हैंगर से रैन बसेरा बनाया गया है.
गायघाट पुल के नीचे, सैदपुर नहर रोड, मैकडॉवेल गोलंबर बहादुरपुर राजेंद्र नगर, छोटी पहाड़ी वार्ड नंबर 56, आर ब्लॉक गोलंबर और शेखपुरा मोड़ पर स्थाई रैन बसेरे बनाए गए हैं.
गांधी मैदान मौर्य होटल के सामने (पुरुषों) और महिलाओं के लिए अलग-अलग अस्थाई रैन बसेरा बनाया गया है. इसके अलावा बुद्ध स्मृति पार्क के पास, पटना सिटी नाला पर, पाटलिपुत्र बस टर्मिनल बैरिया में भी पुरुष और महिलाओं के लिए अलग-अलग रैन बसेरे बनाए गए हैं. हड़ताली मोड़, मछली मार्केट के पास गांधी मैदान गेट नंबर 4, एनआईटी मोड़ के पास केवल पुरुषों के लिए ही रैन बसेरा तैयार किया गया है.