पटना के बुद्धा हेरीटेज पाटलिपुत्र कॉलोनी में गुरुवार को 16वां राष्ट्रीय संवाद आयोजित किया गया. बदलते समय में जलवायु परिवर्तन को लेकर लोगों के बीच में जागरूकता बढ़ाई जा रही है. 2007 से राष्ट्रीय संवाद का आयोजन कराया जा रहा है. इस संवाद का मकसद दुनिया को बेहतर बनाने की ओर किया जा रहा है.
दो दिवसीय कार्यक्रम में सात राज्यों से विकास संचार विशेषज्ञ, संवादकर, सामाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए. राष्ट्रीय संवाद आयोजन देश में जलवायु परिवर्तन के संकट, जैव विविधता, संरक्षण एवं खाद्य सुरक्षा को लेकर हो रही चुनौती को हल करने के लिए किया जा रहा है.
दो दिवसीय इस कार्यक्रम में 30 नवंबर को पहले दिन वक्ता के तौर पर संदीप नायक, राकेश कुमार मालवीय, सचिन कुमार जैन, अरुण त्रिपाठी, हिमांशु शेखर, पुष्यमित्र, गीता गुप्ता, राकेश मालवीय, नितिन सेठी, राजू सजवान, जावेद अनीस, अरुण त्रिपाठी, एम अखलाक, पुष्पेंद्र, डॉ डिएम दिवाकर, वीएन त्रिपाठी रहे.
पहले दिन के सत्र में स्वागत और परिचय के बाद देश में जलवायु और खाद्य सुरक्षा के सवालों पर चर्चा हुई. इसके साथ ही प्राकृतिक आपदाओं का खाद्य सुरक्षा पर किस तरह से प्रभाव पड़ता है इस पर भी चिंता व्यक्त की गई. खाद्य सुरक्षा का संवैधानिक नजरिया कानून और क्रियान्वयन क्या होना चाहिए, जलवायु परिवर्तन और खाद्य सुरक्षा पर लोगों को जागरूक किया गया. वंचित समुदाय की खाद्य सुरक्षा पर भी कार्यक्रम में चर्चा हुई.
दूसरे दिन कार्यक्रम में मीडिया में खाद्य सुरक्षा के विषय कितने महत्वपूर्ण है इस पर चर्चा होगी. इसके साथ ही महिलाओं और बच्चों के खाद्य सुरक्षा चुनौतियां और संभावनाएं क्या होनी चाहिए इस पर भी बात होगी. इसके साथ ही खाद्य सुरक्षा पर शोध पत्रों की प्रस्तुति की जाएगी. शाम 4:00 बजे कार्यक्रम का समापन होगा.