पटना यूनिवर्सिटी के कर्मचारी संघ के सभी सदस्य गुरुवार से अनिश्चितकाल धरने पर चले गए हैं. बुधवार देर शाम विश्वविद्यालय कर्मियों ने विभागों में तालाबंदी कर दी और गुरुवार की सुबह से सभी कर्मी नदारत हो गए हैं. विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ की ओर से सभी कॉलेजों के प्राचार्यो, संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्षों को पत्र भेजकर हड़ताल की सूचना पहले दे दी है.
कर्मचारी संघ ने बुधवार को कॉलेज में हड़ताल पर जाने को लेकर अभियान चलाया. इस बार कर्मी अपनी मांगों को लेकर पूरी तरह से डटे हुए हैं. संघ के सदस्य ने बताया कि पिछले 2 साल से अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति की प्रक्रिया विश्वविद्यालय में बंद है. कर्मियों को एसीपी का लाभ नहीं मिल रहा है. प्रोन्नति प्रक्रिया भी रुकी हुई है. विश्वविद्यालय के कुलपति सभी भाषणों में कर्मचारी क्वार्टर बनाने की बात करते हैं, लेकिन इसके लिए आज तक एक ईंट तक नहीं जोड़ी गई. कर्मियों के क्वार्टर के लिए जगह तक निर्धारित नहीं की गई है. विश्वविद्यालय की ओर से 50 से अधिक बार पत्राचार हो चुका है, लेकिन अब तक इस पर काम शुरू नहीं हुआ.
कर्मियों ने कहा कि हमारी समस्याओं का समाधान नहीं होने पर आंदोलन को और तेज किया जाएगा. इस बार हड़ताल और तालाबंदी जारी रहेगी.
बता दें कि आज पूरे विश्वविद्यालय परिसर में सन्नाटा छाया हुआ है. पटना विश्वविद्यालय के दरभंगा हाउस के विभागों में भी गेट बंद है और ताला जड़ा हुआ है. यहां कर्मचारी संघ के अनिश्चितकालीन आंदोलन को लेकर पोस्टर लगाया गया है. शुक्रवार से स्नातकोत्तर की परीक्षाएं आयोजित होनी है, मगर विभागों में तालाबंदी और कर्मचारियों के हड़ताल के कारण परीक्षा की तैयारियां होती हुई नजर नहीं आ रही है.