प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के परिणामों की घोषणा के बाद दूसरे दिन अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. पीएम ने इस्तीफ़े से पहले आखिरी मंत्री परिषद की बैठक में चुनावी नतीजों पर कहा कि हार-जीत राजनीति का हिस्सा है. नंबर गेम चलता रहता है. हमने 10 साल अच्छा काम किया और आगे भी करेंगे. सुबह 11:30 बजे की बैठक में पीएम ने तीसरी बार जीत के लिए धन्यवाद प्रस्ताव भी पारित किया.
पीएम मोदी ने अपना इस्तीफा पत्र आज दोपहर में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपा. इस्तीफा पत्र के साथ ही उन्होंने मंत्रिमंडल भंग करने की भी सिफारिश की. प्रेसिडेंट ऑफ़ इंडिया के तरफ़ से पीएम के इस्तीफे की तस्वीर साझा करते हुए एक्स पर लिखा गया, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु से मुलाकात की. प्रधानमंत्री ने अपना और केन्द्रीय मंत्रिपरिषद का त्यागपत्र सौंपा. राष्ट्रपति ने त्यागपत्र स्वीकार करते हुए प्रधानमंत्री तथा उनके सहयोगियों से नई सरकार के गठन तक अपने पद पर बने रहने का अनुरोध किया.
पीएम के इस्तीफा पत्र को राष्ट्रपति मुर्मू ने स्वीकार कर लिया है. पीएम मोदी के इस्तीफा पत्र के बाद अब 8 जून का बेसब्री से इंतजार हो रहा है. खबरों की माने तो 8 जून को पीएम मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं. एनडीए के सभी घटक दलों से एकजुटता के लिए आज मोहर भी लगवा ली है.
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में नतीजे मैं एनडीए ने 292 सीटों के साथ बहुमत का आंकड़ा पर किया है. बहुमत का आंकड़ा 272 था, जिससे 32 सीट ज्यादा एनडीए को मिली है. इधर भाजपा को 240 सीटों पर जीत मिली. चंद्रबाबू की TDP 15 सीटों के साथ दूसरी और नीतीश कुमार की जदयू 12 सीटों के साथ एनडीए में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी है. दोनों ही पार्टियां इस वक्त भाजपा के लिए बहुत जरूरी है. भाजपा का सरकार में बने रहना इन दो पार्टियों पर ही निर्भर करता है, इनमें से एक भी पार्टी दूसरे गठबंधन के साथ मिल गई तो भाजपा का मामला पूरी तरह से बिगड़ जाएगा.