बिहार सीएम नीतीश कुमार(Nitish Kumar) ने पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल(PMCH) के पुनर्विकास योजना के तहत करोड़ों रुपए की लागत से बने नवनिर्मित भवनों का उद्घाटन किया है. पटना का पीएमसीएच विश्व का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल बनने जा रहा है, जिसके लिए युद्ध स्तर पर पीएमसीएच में काम चल रहा है. पीएमसीएच के पुनर्विकास के लिए 903.57 करोड़ रुपए की लागत से भवनों का निर्माण कराया जा रहा है.
परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास
राज्य के 214 परियोजनाओं का लोकार्पण और 17 परियोजनाओं का भी सीएम ने आज शिलान्यास किया है. पीएमसीएच के परिसर में मुख्यमंत्री के लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान उनके साथ उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, सांसद रवि शंकर प्रसाद, विजेंद्र प्रसाद यादव ने भी अपनी भागीदारी दर्ज कराई.
मुख्यमंत्री के उद्घाटन के बाद पीएमसीएच में पांच नई सुविधाओं का आज से शुभारंभ हुआ है. पीएमसीएच में ग्रीन ग्रेड का शिलान्यास हुआ है. इस ग्रीन ग्रेड के शुरू होने से अब पीएमसीएच अस्पताल बिजली के लिए आत्मनिर्भर हो जाएगा. ग्रीन ग्रेड को 250 करोड़ रुपए के लागत से तैयार किया गया है. बिहार में पहली बार ग्रीन ग्रेड की शुरुआत हुई है.
20 विभाग नये भवन में स्थानांतरित
पीएमसीएच में चार नई सुविधा ओपीडी, मल्टीलेवल कार पार्किंग, ब्लड बैंक और गर्ल्स हॉस्टल का भी उद्घाटन सीएम ने किया है. पीएमसीएच के 20 विभागों की ओपीडी सेवा को नए भवन में शिफ्ट किया गया है. गैस्ट्रो सर्जरी, गैस्ट्रो मेडिसिन, प्लास्टिक सर्जरी, यूरोलॉजी, हड्डी, न्यूरो मेडिसिन, न्यूरोसर्जरी समेत 20 विभागों को नए भवन में शिफ्ट किया गया है.
पीएमसीएच में काली मंदिर के पास मल्टी लेवल पार्किंग की सुविधा चालू कर दी गई है. इस मल्टीलेवल पार्किंग में कुल 750 वाहनों की पार्किंग एक बार में हो सकेगी. मालूम हो कि पीएमसीएच के परिसर में कुल चार पार्किंग बनने वाले हैं, अन्य तीन पार्किंग का काम दूसरे चरण में शुरू किया जाएगा. सभी पार्किंग के बन जाने से 3000 गाड़ियां अस्पताल में खड़े किए जा सकेंगे.
एमबीबीएस छात्राओं के लिए भी महिला छात्रावास का आज सीएम ने उद्घाटन किया है. साथ ही नए ब्लड बैंक की व्यवस्था शुरू हो गई है. अब से एक ही छत के नीचे थैलेसीमिया, हीमोफीलिया, एचआईवी संक्रमित मरीजों और ए प्लास्टिक एनीमिया के संक्रमितों को मुफ्त ब्लड सुविधा मिलेगी. ब्लड बैंक में डेंगू मरीजों को प्लेटलेट्स, खून देने के लिए एफेरेसिस मशीन की भी सुविधा रहेगी.
2018 में ही नीतीश कैबिनेट ने पीएमसीएच के पुनर्निर्माण और उसके विकास के लिए 5000 करोड़ रुपए की राशि खर्च करने का फैसला लिया था.