रविवार को पटना में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद की बैठक होने वाली है. इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल होगे. बैठक की अध्यक्षता अमित शाह करने वाले हैं. इस बैठक में पश्चिम बंगाल, उड़ीसा, झारखंड और बिहार के मुख्यमंत्री सदस्य के रूप में शामिल होंगे, जहां राज्यों में विकास के ऊपर चर्चा होगी.
केंद्रीय गृह मंत्री के आगमन पर कहा जा रहा है, कि नीतीश कुमार उनसे बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग कर सकते हैं. हालांकि इसमें विकास की बात बाद में होगी, लेकिन पहले ही सियासत शुरू हो गई है. राजद के विधायक और पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने कहा है कि अमित शाह की अध्यक्षता में होने वाली है, लेकिन इस बैठक से ज्यादा उम्मीद नहीं लगाई जा सकती है.
बिहार में 70% लोग की आमदनी 60 रुपए के नीचे
10 साल नरेंद्र मोदी की सरकार में पूर्व क्षेत्रीय परिषद की बैठक हुई, लेकिन आज तक राज्य को कुछ भी नहीं मिला है. राज्य का जो विकास होना चाहिए था उस पर भी केंद्र सरकार ने ध्यान नहीं दिया है.
विधायक ने कहा कि बिहार में 70% लोग की आमदनी 60 रुपए के नीचे है, लेकिन केंद्र सरकार ने उसके लिए कोई कदम नहीं उठाया. अहमदाबाद से मुंबई के लिए बुलेट ट्रेन चलाने का काम किया जा रहा है. जिसमें करोड़ों रुपए खर्च हो रहे हैं. लेकिन बिहार में लंबे समय से कोसी डैम की मांग को अटका कर रखा गया है, जिसमें लगभग 1 लाख करोड़ रुपए खर्च होने हैं.
बिहार को विशेष राज्य के दर्जी की मांग पर भी सुधाकर सिंह ने कहा कि इस मांग को 21 पहले राबड़ी देवी ने की थी. 2002 में ही इसकी मांग केंद्र सरकार से की गई थी, लेकिन अब तक केंद्र सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया है. अगर बिहार को स्पेशल राज्य का दर्जा मिलता है तो राज्य में एजुकेशन सिस्टम ,शहरीकरण सिस्टम, कोसी परियोजना जैसी सुविधाओं पर काम किया जाएगा.
5 राज्यों के लोकसभा चुनाव नतीजों को लेकर भी सुधाकर सिंह ने कहा कि इससे कांग्रेस की जनता कम नहीं होगी, कांग्रेस का जनाधार कम नही हुआ है. कांग्रेस का वोटबैंक अब भी है.