देश में राजनीति किसी भी वक्त, किसी भी मुद्दे पर शुरू हो जाती है. भले ही वह मुद्दा दूर-दूर तक राजनीतिक ना हो, मगर हमारे राजनेता उसमें किसी भी तरीके की बयानबाज़ी कर हाईलाइट कर ही देते हैं. दरअसल, भारतीय क्रिकेट टीम चैंपियंस ट्रॉफी में हिस्सा लेने पाकिस्तान टूर पर जाएगी या नहीं यह एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है. हालांकि भारत सरकार ने टीम को पाकिस्तान भेजने से काफी पहले ही मना कर दिया था. मगर सरकार का यह फैसला अब राजनीतिक बन गया है.
बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि खेल पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. भारतीय क्रिकेट टीम को पाकिस्तान जाने देना चाहिए. उन्होंने आगे सवाल उठाया है कि पीएम मोदी बिरयानी खाने के लिए पाकिस्तान जा सकते हैं, तो टीम इंडिया के वहां जाने पर क्या आपत्ति हो सकती है.
एक तरफ जहां बीसीसीआई और पीसीबी इस मुद्दे पर आमने-सामने आ गई है, तो वही तेजस्वी यादव के इस बयान के बाद राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने जवाब दिया है. उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि इंटरनेशनल मामलों में कब क्या एक्शन लेना है, यह भारत सरकार की जवाबदेही है. कोई एक व्यक्ति भारत के किसी एक गांव में बैठकर इस तरह की बात करें. खासकर विदेशी मामलों में, यह ठीक नहीं है. पीएम पूरी तरह सक्षम है कि इस देश के प्रति क्या करना चाहिए, कहां टीम जाए या नहीं जाए इस पर फैसला लेना भारत सरकार का काम है.
दरअसल, चैंपियंस ट्रॉफी की मेजबानी इस बार पाकिस्तान के पास है. लेकिन भारतीय टीम को बीसीसीआई पड़ोसी देश जाने नहीं देना चाहती. सुरक्षा कारणों के चलते बीसीसीआई ने यह फैसला लिया है. इस फैसले से आईसीसी को भी अवगत कराया गया है. वहीं पीसीबी के अध्यक्ष ने कहा कि भविष्य में टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान के भारत जाने की संभावना नहीं होगी. उन्होंने कहा कि यह संभव नहीं कि पाकिस्तान भारत में जाकर सभी टूर्नामेंट खेलते रहे और भारतीय अधिकारी अपनी टीम पाकिस्तान में खेलने के लिए भेजने को तैयार ना हो.