बिहार की राजनीति में पूर्णिया लोकसभा सीट एक हॉट सीट बनकर उभरी थी. इस लोकसभा चुनाव में पूर्णिया सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार बनाम राजद-कांग्रेस और जदयू चल रहा था. इस लड़ाई में पूर्णिया सीट पर पप्पू यादव ने अपनी जीत पक्की की है. चुनाव से पहले अपनी पार्टी जाप का कांग्रेस में विलय कराने वाले पप्पू यादव को ना तो कांग्रेस के साथ मिला था और ना ही राजद ने उनकी मिन्नतों को स्वीकार किया था. हालांकि पप्पू यादव पूरे विश्वाश के साथ यहां डटे रहे और पूर्णिया सीट जीत गए. निर्दलीय उम्मीदवार पप्पू यादव ने दोनों ही पार्टी को करारा जवाब देते हुए यह सीट जीत ली है. निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर उनकी जीत को बहुत बड़ा माना जा रहा है.
दरअसल पूर्णिया सीट पर राजद नेता तेजस्वी यादव ने पूरा जोर लगा दिया था, उन्होंने इस सीट पर अपनी पार्टी से बीमा भारती को टिकट दिया था और पूरे दमखम के साथ पूर्णिया में प्रचार भी किया था. तेजस्वी यादव ने बयान दिया था कि इंडिया अलायंस के कैंडिडेट को जीता दो या फिर एनडीए के कैंडिडेट को जीता दो.
पूर्णिया में सातवें राउंड तक आधिकारिक घोषणा में जदयू के संतोष कुशवाहा 12667 वोटों से आगे चल रहे थे, लेकिन पप्पू यादव ने खुद घोषणा की कि वह पूर्णिया सीट जीत गए हैं. पूर्णिया से जीतने के बाद उन्होंने जनता को इसके लिए धन्यवाद दिया और कहा कि सभी जाति, सभी वर्ग के लोगों का समर्थन उन्हें यहां मिला है. उन्होंने आगे कहा कि अधिकारियों और मीडिया का भी समर्थन उन्हें प्राप्त हुआ. वह पूर्णिया को विश्व स्तर का बनाएंगे. पप्पू यादव की जीत के बाद पूर्णिया में उनके समर्थकों के बीच खुशी और जश्न का माहौल है.
बता दें कि पूर्णिया संसदीय सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार पप्पू यादव की टक्कर जदयू के दो बार के सांसद संतोष कुशवाहा से हो रही थी. इसके साथ ही राजद प्रत्याशी बीमा भारती भी यहां कैंडिडेट थी. बीमा भारती पूर्णिया में तीसरे नंबर पर रहीं.