कांग्रेस नेता राहुल गांधी आज झारखंड के दो जिलों में चुनावी सभा करने पहुंचे थे. झारखंड के गुमला और चाईबासा में राहुल गांधी ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए भाजपा के नेताओं पर संविधान खत्म करने का आरोप लगाया. राहुल गांधी ने झारखंड में आदिवासियों के बीच उनके हक की बात करते हुए जल, जंगल और जमीन का मालिक उन्हें ही बताया. कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि आदिवासियों के बच्चों को सभी विभागों में नौकरियां मिले यह कांग्रेस का लक्ष्य है.
लोगों को लखपति बनाएंगे
चाईबासा में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए राहुल गांधी ने गरीब परिवारों और आदिवासियों को लखपति बनाने का वादा किया. साथ ही कांग्रेस नेता ने नौकरी देने का वादा भी किया. राहुल गांधी ने कहा कि हम परमानेंट नौकरी देंगे, ठेकेदारी प्रथा वाली नौकरी को खत्म करेंगे और आरक्षण का दायरा भी बढ़ाएंगे. पीएम नरेंद्र मोदी को भी निशाने पर लेते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी जी ने 22 अरबपति बनाए है. हम लोगों को लखपति बनाएंगे. सत्ता में आएंगे तो कांग्रेस की सरकार सबसे पहले गरीब परिवारों की लिस्ट बनाएगी. जो गरीबी रेखा से नीचे आते हैं, जिनमें आदिवासी, दलित और पिछड़े शामिल हैं. हर गरीब परिवार में एक महिला का नाम चुनेंगे और उस महिला के अकाउंट में 1 लाख सालाना जमा करेंगे.
महिला के अकाउंट को चुनने पर राहुल गांधी ने कहा कि महिलाओं के अकाउंट को चुनने के पीछे एक बड़ी वजह है, महिलाएं 18 से 20 घंटे तक लगातार काम करती हैं.
देश की जमीन पर किसका हक़?
हाथ में संविधान की किताब दिखाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि यह देश की आवाज है, भाजपा वाले इसे फाड़ कर फेंकना चाहते हैं. आपको आज जो कुछ भी मिला है यह इसी किताब की देन है. संविधान से ही आपको आरक्षण मिला है. संविधान से ही नौकरी मिलती है. संविधान से ही शिक्षा मिलती है. यह अगर मिट गया तो आदिवासी कहीं के नहीं रहेंगे. सारा का सारा धन 10 से 15 अरबपतियों के हाथों में चला जाएगा. संविधान की रक्षा के लिए हम जान देने को तैयार हैं. हमारे देश के आदिवासियों का ही देश की जमीन पर पहला हक है.
राष्ट्रपति मुर्मू को भी भाजपा नहीं बुलाती
भाजपा पर और हमलावर होते हुए कांग्रेस नेता गांधी ने कहा कि आदिवासियों की स्थिति को आज भाजपा ने खराब किया है. केंद्र सरकार 100 रुपए का फैसला लेती है, तो आदिवासी नेता 10 पैसे का फैसला लेते हैं. उनकी सरकार आपको वनवासी बोलती है क्योंकि आप जंगल में रहने वाले हैं, जबकि हमारे लिए आप आदिवासी हैं. आपको वनवासी कह कर यह सारे जंगल और जमीन अडानी-अंबानी को दे रहे हैं. एक दिन जंगल खत्म हो जाएंगे तो आपको कहेंगे जाओ भीख मांगो.
राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को भी अपने भाषण में शामिल करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को नहीं बुलाया. भाजपा आदिवासियों के हितैषी होने का दंभ करती है. लेकिन यह दावा बिल्कुल झूठा है. नई संसद के उद्घाटन के दौरान भी राष्ट्रपति को बुलावा नहीं भेजा गया था.
आदिवासियों के हित में काम नहीं
आज राहुल गांधी की जनसभा के दौरान उनके साथ झारखंड सीएम चंपई सोरेन भी मौजूद रहे. गुमला की जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार पर जमकर निशानेबाजी की. चंपई सोरेन ने कहा है कि केंद्र सरकार कारोबारी के लिए काम करती है. सरना धर्म कोड को भी भाजपा के इशारे पर ही नहीं लागू किया जा रहा है. जब पीएम खुद यहां आए थे तब भी सरना धर्म कोड पर कुछ नहीं बोले. झारखंड की प्रथा, यहां के परंपराओं को भी दबाने का काम भाजपा ने किया है. आज तक केंद्र सरकार ने आदिवासियों के हित में कोई काम नहीं किया है.