गृह मंत्रालय की ओर से गुरुवार को 2024 के गणतंत्र दिवस के लिए वीरता पदक पुरस्कार, सेवा पुरस्कार और सम्मान की घोषणा की गई है. मंत्रालय ने इस साल गणतंत्र दिवस पर दिए जाने वाले पुरस्कारों की लिस्ट को जारी किया है. इस साल पुलिस, अग्निशमन सेवा, होमगार्ड और नागरिक सुरक्षा और सुधार सेवा के कुल 1132 कर्मियों को वीरता और सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा.
1132 सुरक्षाकर्मियों को वीरता पुरस्कार
इस साल कुल 277 वीरता पदक दिए जाने की घोषणा की गई है. वीरता पद से सम्मानित होने वाले पुलिसकर्मी जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, झारखंड, उड़ीसा, दिल्ली के हैं. जिसमें 72 जम्मू-कश्मीर, 18 महाराष्ट्र, 26 छत्तीसगढ़, 23 झारखंड, 15 उड़ीसा, 8 दिल्ली के पुलिसकर्मी हैं. इसके अलावा सीआरपीएफ के भी 65 पुलिसकर्मियों और एसएसबी के 21 कर्मियों को भी वीरता पदक से सम्मानित किया जाएगा.
बीते साल अक्टूबर 2023 में वीरता सेवा पद को चार मेडल में बदले जाने की घोषणा की गई थी. दो श्रेणियां के तहत 277 गैलंट्री मेडल की घोषणा की गई है. जिसमें 275 मेडल गैलंट्री के लिए और वीरता के लिए दो राष्ट्रपति पदक शामिल है. 277 में से 133 पुलिसकर्मियों को जम्मू कश्मीर में वीरता कार्य के लिए सम्मानित किया जाएगा. 119 को वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में उत्कृष्ट काम करने के लिए पदक से सम्मानित किया जाएगा और 25 कर्मियों को अन्य क्षेत्रों में उनके कार्यों के लिए सम्मानित किया जाएगा.
विशिष्ट सेवा के लिए 102 राष्ट्रपति पदक (पीएसएम) में से 94 पुलिस सेवा, 4 अग्निशमन सेवा और 4 नागरिक सुरक्षा और होमगार्ड जवानों को दिए जाएंगे. सराहनीय सेवा के लिए 753 पदों में से 667 पुलिस सेवा को, 32 अग्निशमन सेवा को, 25 नागरिक सुरक्षा और होमगार्ड सेवा में पुलिसकर्मियों को दिए जाएंगे और सुधार सेवा को 27 मेडल दिए जाएंगे.
सीमा सुरक्षा बल के दो हेड कांस्टेबल को मरणोपरांत राष्ट्रपति वीरता पदक (पीएमजी) के लिए चुना गया है. जिसमें एसएसबी के हेड कांस्टेबल स्वर्गीय सांवला राम विश्नोई और स्वर्गीय शिशु गोपाल सिंह है.
वीरता पुरस्कारों के लिए साल में दो बार सिफारिश आमंत्रण का सिलसिला होता है. गणतंत्र दिवस और स्वतंत्रता दिवस के मौके पर घोषित होने वाले पुरस्कारों के लिए अगस्त महीने में सिफारिशे आमंत्रित की जाती है.