बिहार में शराबबंदी के बाद भी नहीं रुकी सड़क दुर्घटनाएं, सबसे ज्यादा घटनाएं धार्मिक स्थलों पर

रिपोर्ट के मुताबिक साल 2022 में बिहार के ग्रामीण इलाकों में धार्मिक स्थलों के पास 2,295 लोगों की जान चली गई है. इनमें 1791 पुरुषों की जान गई है और 467 महिलाओं की जान चली गई है.

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बिहार में सड़क हादसे

बिहार में सड़क हादसे

बिहार में शराबबंदी के बाद भी सड़क दुर्घटनाओं में कोई गिरावट दर्ज नहीं की गई है. एनसीईआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले एक साल में बिहार के धार्मिक स्थलों पर सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गई हैं. इन सड़क हादसों में 2,295 लोगों की जान जा चुकी है.

रिपोर्ट के मुताबिक साल 2022 में बिहार के ग्रामीण इलाकों में धार्मिक स्थलों के पास 2,295 लोगों की जान चली गई है. इनमें 1791 पुरुषों की जान गई है और 467 महिलाओं की जान चली गई है. बिहार के शहरी क्षेत्र के धार्मिक जगहों पर 737 मौते हुई हैं, जिनमें 536 पुरुषों और 201 महिलाओं की मौत हुई है. यह मौतें सबसे ज्यादा नेशनल हाईवेज पर दर्ज की गई है.

राजधानी में 275 लोगों की मौत

बात करें अगर राज्य में सड़क दुर्घटनाओं की तो 1 साल में राज्य में 10,801 सड़क हादसे दर्ज किए गए हैं. जिनमें कुल 8,898 लोगों ने अपनी जान गवा दी है. वहीं राजधानी पटना में सड़क हादसों के मामले में कमी दर्ज की गई है. साल 2022 में 275 लोगों की मौत राजधानी की सड़कों पर हुई है.

रिपोर्ट के मुताबिक बिहार धार्मिक जगहों पर एक्सीडेंट के मामले में सबसे ऊपर है. उत्तर प्रदेश में 686, झारखंड में 525, तमिलनाडु में 506, मध्य प्रदेश में 340, महाराष्ट्र में 321 मौतें एक्सीडेंट से हुई है. 

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