बिहार के ग्रामीण इलाकों को सड़कों से जोड़ने के लिए बड़ी योजना तैयार की गई है. राज्य के 100 से 250 की आबादी वाले टोलों तक जल्द ही सड़क निर्माण कराया जाएगा. सरकार ने इसके लिए 4643 टोलों की पहचान भी कर ली है. इन टोलों तक सड़क पहुंचाने की जिम्मेदारी ग्रामीण कार्य विभाग को दी गई है, जिसके लिए एक कार्य योजना बनाकर काम शुरू हो चुका है. जानकारी के मुताबिक टोलों तक सड़क संपर्कता पहुंचने के लिए 3988 किलोमीटर सड़कों का निर्माण होगा. यह सभी ग्रामीण क्षेत्रों में ही बनाई जाएंगी.
ग्राम टोला संपर्क योजना के तहत 100 से 250 की आबादी वाले ऐसे सभी टोलों में सड़क संपर्कता पहुंचाना है, जहां अब तक सड़क नहीं पहुंची है. योजना के तहत यह ध्यान रखा जाता है कि इन टोलों को इस प्रकार सड़कों से जोड़ा जाए ताकि वह प्रमुख स्थलों से भी जुड़ सके. यानी योजना के तहत प्रखंड या अनुमंडल मुख्यालय के अलावा आसपास के अस्पताल से सड़कों को सीधा जोड़ा जाएगा. सरकार ने कई ऐसे टोलों की पहचान की है जो केवल पगडंडियों से जुड़े हुए हैं, तो कई टोलों में कच्ची और टूटी-फूटी मिट्टी निर्मित सड़के मिली है. कई टोलों तक तो सड़के भी नहीं पहुंची है.
ग्रामीण कार्य विभाग हर टोले के लिए 1 किलोमीटर सड़क का निर्माण का लक्ष्य रखकर काम करेगा. हालांकि कई ऐसे टोले भी हैं जो आसपास और उन्हें संबद्धता देने के लिए कुछ मीटर सड़क की जरूरत है. योजना के तहत सड़कों के अलावा पुल-पुलियों का भी निर्माण होगा. दरअसल पहले बनी कई सड़के पुल पोलियो के अभाव में इस्तेमाल नहीं हो रहीं हैं. इसे ध्यान में रखते हुए भी टोलों के अंतर्गत सड़कों और पुल-पुलियों का निर्माण कराया जाएगा.