बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आज तीसरा दिन है. आज का भी सत्र हंगामें की भेंट चढ़ने की आशंका है. सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही विपक्ष का प्रदर्शन सदन के बाहर शुरू हो गया है.
बुधवार को राजद विधायक मुकेश रोशन नीतीश कुमार के खिलाफ विरोध करते हुए आंखों पर काली पट्टी बांधकर विधानसभा पहुंचे. उन्होंने अपने हाथों में एक तख्ती ले रखी थी, जिस पर लिखा गया हुआ है- मैं सुशासन बाबू हूं. मैं अंधा हो गया हूं. मुझे कुछ नहीं दिख रहा है.
राजद विधायक ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बिहार में जहरीली शराब से मौत हो रही है. सुशासन को कुछ नहीं दिख रहा है. मैं सुशासन हूं, अंधा हो गया हूं. मुझे कुछ नहीं दिख रहा. अस्पताल का बुरा हाल है. स्मार्ट मीटर के नाम पर लोगों को लूटा जा रहा है.
भाजपा विधायक हरीभूषण ठाकुर ने राजद विधायक के पट्टी बांधने पर कहा कि उपचुनाव में चारों सीट हारने के बाद राजद को कुछ नहीं दिख रहा. इसलिए वह आंखों पर कल काला पट्टी लगाकर चल रहे हैं. उनको विकास नहीं दिख रहा, लेकिन जनता सब देख रही है. 15 साल तक आंख बंद कर मलाई खाए.
विधानसभा के बाहर वामदलों के विधायकों ने भी सामाजिक सुरक्षा पेंशन राशि बढ़ाने को लेकर नारेबाजी की है. उन्होंने विधवा और वृद्धा पेंशन की राशि केरल की तरह 3 हजार रुपए महीना करने के मांग रखी है. जीविका दीदीयों को 25 हजार रुपए मासिक मानदेय देने की मांग की है. दरअसल मंगलवार को राज्यभर से हजारों की संख्या में जीविका दीदीयों ने गर्दनीबाग में प्रदर्शन किया था, जिसका समर्थन माले के विधायक कर रहे हैं.