बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के फैसलों का चाबुक आए दिन शिक्षकों पर पड़ता था. केके पाठक के फैसलों से शिक्षक के अलावा बच्चे और अभिभावक तक परेशान रहते थे. कड़क स्वभाव केके पाठक को बिहार में रॉबिनहुड अधिकारी का दर्जा तक दे दिया गया था. बीते कुछ दिनों से केके पाठक के आदेशों की झाड़ियों में कमी आई थी. दरअसल केके पाठक एक लंबी छुट्टी पर दिल्ली चले गए थे, उनके दिल्ली दौरे के दौरान बिहार सरकार ने उनके विभाग को बदल दिया है.
गुरुवार को बिहार सरकार ने करीब एक दर्जन अधिकारियों के विभागों का तबादला किया है, जिसमें चर्चित केके पाठक का भी विभाग बदला गया है. अब केके पाठक को बिहार के राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग की जिम्मेदारी दी गई है. इस विभाग में भी केके पाठक अपर मुख्य सचिव की जिम्मेदारी निभाएंगे. हालांकि अगले आदेश तक केके पाठक बिपार्ड के महानिदेशक के अतिरिक्त प्रभार में रहेंगे. केके पाठक के अलावा दो जिलों के डीएम को भी इधर से उधर किया गया है.
अधिकारियों का तबादला
बता दें कि केके पाठक 2 जून से छुट्टी के लिए गए थे, 30 जून तक उनकी छुट्टी थी. इस दौरान शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री सचिवालय के प्रधान सचिव डॉक्टर एस सिद्धार्थ को दी गई थी. सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जारी अधिसूचना के अनुसार एस सिद्धार्थ अगले आदेश तक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के अतिरिक्त प्रभार को संभालेंगे.
जिन अधिकारियों का कल तबादला हुआ है, उनमें आईएएस आशुतोष वर्मा का को एकबार फिर से नवादा का डीएम बनाया गया है. आईएएस राजकुमार को भी फिर भोजपुर डीएम की जिम्मेदारी दी गई है. इन दोनों को चुनाव आयोग के निर्देश पर लोकसभा चुनाव के दौरान हटाया गया था.
वहीं राजस्व एवं भूमि सुधार के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह को ग्रामीण कार्य विभाग के अपर मुख्य सचिव की जिम्मेदारी दी गई है. वित्त विभाग के प्रधान सचिव अरविंद कुमार चौधरी को गृह विभाग का प्रधान सचिव नियुक्त किया गया है. अगले आदेश तक वह निगरानी विभाग के अतिरिक्त प्रभार में रहेंगे. लोकेश कुमार सिंह को वित्त विभाग का संपूर्ण प्रभार दिया गया है. भोजपुर के डीएम महेंद्र कुमार को साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के प्रबंध निदेशक की जिम्मेदारी दी गई है. साथ ही नवादा के डीएम प्रशांत कुमार को समाज कल्याण विभाग का निदेशक बनाया गया है.