भारतीय रेलवे का नेटवर्क दुनिया में बड़े रेल नेटवर्क में गिना जाता है. रोजाना भारतीय रेलवे से लाखों की तादाद में लोग सफर करते हैं. हजारों ट्रेनें भारतीय रेलवे हर रोज संचालित करती है, जिसमें कई पैसेंजर और एक्सप्रेस ट्रेन शामिल है. भारतीय रेलवे बदलते समय और मांग के अनुसार ट्रेन ला रही है. रात्रियों के सहूलियत के लिए वंदे भारत ट्रेन का परिचालन शुरू हुआ. देश के कई राज्यों में सफलता के साथ वंदे भारत ट्रेन संचालित हो रही है. भारतीय रेलवे ने वंदे भारत चेयर कार की सफलता के बाद अब वंदे भारत स्लीपर ट्रेन संचालित करने की घोषणा की है.
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को स्लीपर ट्रेन की घोषणा की. उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए वंदे भारत स्लीपर ट्रेन के पहले मॉडल की झलक साझा की. आने वाले 10 दिनों में यह ट्रेन परीक्षण के लिए रवाना होगी. 3 महीने में ट्रेन को आम लोगों के लिए शुरू कर दिया जाएगा.
देश की पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन बिहार से शुरू होने जा रही है, जो पटना से दिल्ली के बीच चलेगी. ट्रेन की रफ्तार 160 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. 16 कोच वाली यह ट्रेन में 8 घंटे में पटना से दिल्ली तक पहुंचेगी. ट्रेन का किराया मध्यम वर्ग को ध्यान में रखते हुए राजधानी ट्रेन के बराबर रखा गया है. फिलहाल ट्रेन के स्टॉपेज तय नहीं किए गए हैं.
वंदे भारत स्लीपर ट्रेन में चेयर ट्रेन के मुकाबले सीटें होगी. चेयर कार में आठ कोच और 530 सीट है, जबकि स्लीपर में 16 कोच और 823 बर्थ होंगे. रातभर के सफर के लिए वन्दे भारत स्लीपर ट्रेन को शुरू किया जा रहा है. रेल मंत्री ने कहा कि आने वाले तीन महीनों में यह ट्रेन शुरू हो जाएगी. यानी दिसंबर से वंदे भारत स्लीपर ट्रेन चलने लगेगी. कोच की मैन्युफैक्चरिंग का काम पूरा हो गया है. अगले 2 महीने तक वंदे भारत स्लीपर की टेस्टिंग होगी और फिर इसे यात्रियों के लिए लांच किया जाएगा.