झारखंड में शीतकालीन सत्र की शुरुआत हो चुकी है. शीतकालीन सत्र के पहले दिन (शुक्रवार) को झारखंड सरकार के खिलाफ भाजपा ने तख्ती लेकर खूब भालो हो हल्ला मचाया था. भाजपा विधायकों ने धीरज साहू के खिलाफ आईटी टीम की कार्रवाई को लेकर हेमंत सरकार को घेरा था. भाजपा विधायक ने इस मामले में सीएम के इस्तीफ़े की मांग की थी.
शीतकालीन सत्र की शुरुआत में ही भाजपा ने अपने भारी हंगामें की एक झलक पेश कर दी थी. सोमवार को शीत सत्र का दूसरा दिन भी हंगामा की भेंट चढ़ता हुआ नजर आया. भाजपा विधायकों ने ईडी के भेजे जा रहे समन पर भी हेमंत सोरेन पर सवाल उठाए हैं.
सदन शुरू होते के साथ ही भाजपा विधायकों ने राज्यसभा सदस्य धीरज साहू के आवास में भारी से मिले नगदी का मामला उठाया. हंगामा करते हुए भाजपा विधायक आसन के सामने आ गए. जिस पर स्पीकर रविंद्र नाथ महतो ने कहा कि यह राज्यसभा का विषय है, अगर आपको यह आचरण सही लग रहा है तो ठीक है.
धीरज साहू के मामले पर जवाब देते हुए मंत्री आलमगीर आलम ने धीरज साहू का साथ देते हुए कहा है कि धीरज साहू के घर मिला हुआ सारा पैसा बिजनेस से आया है. साहू पर महज इसलिए निशाना लगाया जा रहा है क्योंकि वह कांग्रेस पार्टी से आते हैं.
नेता प्रतिपक्ष उमर बावरी ने भी इस दौरान सत्र में हेमंत सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सरकार राजनीति के लिए विधानसभा का उपयोग कर रही है. ईडी के समन की लगातार अनदेखी की जा रही है, यह संविधानिक संकट की स्थिति उत्पन्न कर रहा है.
मंत्री आलमगीर आलम ने आगे हेमंत सोरेन का भी साथ देते हुए कहा कि सीएम लगातार ईडी के समन का जवाब दे रहे हैं. सदन में दूसरे दिन जातीय सर्वेक्षण से जुड़े विधेयक पर भी सवाल जवाब हुए. प्रश्न कल के दौरान विधायक प्रदीप यादव के सवाल पर संसदीय कार्य मंत्री ने जातीय सर्वेक्षण से जुड़े सवाल पर कहा कि इस मसले पर सरकार जल्द फैसला लेगी. पक्ष और विपक्ष के इतने हमले के बीच सदन की कार्रवाई को 12;30 बजे तक के लिए स्थगित किया गया है.