बिहार में 19 से 22 जुलाई तक शिक्षक भर्ती परीक्षा के तीसरे चरण का आयोजन होने जा रहा है. बिहार लोक सेवा आयोग की तरफ से आयोजित इस परीक्षा में किसी भी तरह के गड़बड़ी न होने और पेपर लीक की सभी आशंकाओं को लगाम लगाने के लिए तैयारी की जा रही है. आयोग की तरफ से तीसरे चरण की भर्ती परीक्षा में पेपर लीक से बचने के लिए एक नया प्रयोग किया जा रहा है. इसके तहत क्वेश्चन पेपर के कई सेट तैयार किए जा रहे हैं, जिसे एक ही जिले में अलग-अलग सेंटर के लिए अलग-अलग सेट तैयार किया जा रहा है. इसके अलावा जहां क्वेश्चन पेपर की छपाई होती है उसे भी इस बार बीपीएससी ने बदल दिया है. पुराने सभी परीक्षा केन्द्रों को भी बदलने के लिए भी बीपीएससी कदम उठा सकता है.
राज्य में 19 से 22 जुलाई तक कुल 27 जिलों के 404 केंद्र पर तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा का आयोजन होगा, जिसमें करीब 6 लाख अभ्यर्थी शामिल होंगे. इन सभी अभ्यर्थियों के लिए सेंटर कोड वाला एडमिट कार्ड जारी कर दिया गया है. ऑफलाइन मोड में आयोजित होने वाली इस परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों को हर हाल में 1 घंटे पहले केंद्र में दाखिला लेना होगा. सभी सेंटरों पर जैमर लगाने के लिए भी आयोग ने निर्देश दिए हैं. परीक्षा के 20 दिनों के अंदर ही इसके परिणाम की घोषणा की जा सकती है .दरअसल आयोग ने 10 अगस्त से 14 अगस्त के बीच में ही तीसरे चरण की भर्ती परीक्षा का रिजल्ट जारी करने का लक्ष्य रखा है.
इसके पहले तीसरे चरण की परीक्षा का आयोजन 15 मार्च को हुआ था, जिसके पेपर लीक होने के बाद इसे रद्द किया गया था. इस परीक्षा में झारखंड पुलिस और पटना पुलिस ने मिलकर हजारीबाग में छापेमारी की थी. जहां से 200 से अधिक अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र बांटने और उत्तर रटवाने की पुष्टि हुई थी.
बीपीएससी ने तीसरे चरण के लिए 87,774 पदों पर वैकेंसी निकाली है, जिसके लिए 5,81,305 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. 19, 20 और 21 जुलाई की परीक्षा को बीपीएससी एक ही चरण में आयोजित करेगा, जबकि 22 जुलाई की परीक्षा दो चरणों में आयोजित की जाएगी.