पंजाब हरियाणा बॉर्डर पर पिछले दो हफ्ते से ज्यादा समय से किसान कैंप लगाकर दिल्ली कूच की तैयारी में है. आज 101 किसानों का जत्था पैदल अंबाला की तरफ से बढ़ते हुए दो बैरिकेडिंग पार कर गया. किसानों बैरिकेडिंग से 200 मीटर आगे बढ़ गए. हालांकि हरियाणा पुलिस और पैरिमिलिट्री के बैरिकेड ने किसानों को आगे नहीं बढ़ने दिया.
शुक्रवार को किसानों ने उग्र रूप दिखाते हुए बैराकेडिंग और कटीले तारों को तोड़ दिया. जिसके बाद हरियाणा पुलिस ने इन्हें चेतावनी दी. हरियाणा पुलिस ने यहां किसानों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और पेपर स्प्रे भी किया.
दिल्ली कूच की तैयारी में लगे किसानों को अलग-अलग बॉर्डर पर रोकने के लिए पुलिस ने खास इंतजाम किए हैं. खनौरी बॉर्डर पर तेरह कंपनियां पुलिस की तैनात की गई है. 11 कंपनी सीआरपीएफ और बीएसएफ जवानों की तैनात की गई है. यहां करीब डेढ़ हजार से ज्यादा कर्मचारी तैनात है. तीन जेसीबी, वाॅटर कैनन, तीन वज्र वाहन, 20 रोडवेज बसें और पुलिस की 7 बसें खड़ी है. 30 किलोमीटर के एरिया में तीन जगह बैरिकेडिंग लगाई गई है. शंभू बॉर्डर पर भी तीन लेयर की बैरिकेडिंग की गई है. यहां हरियाणा पुलिस ने सीमेंट की पक्की दीवारें बना दी हैं. पुलिस और पैरा मिलिट्री भी तैनात है. यहां करीब 1000 जवान तैनात किए गए हैं. साथ ही वज्र वाहन और एंबुलेंस भी मौजूद है.
शंभू बॉर्डर पर हालत अभी तनावपूर्ण बने हुए हैं. सुरक्षा के लिए पटियाला के एसएसपी डाक्टर नानक सिंह पुलिस अधिकारियों के साथ शंभू बॉर्डर पर मौजूद है. किसान नेताओं ने मांग की है कि वह शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली जाना चाहते हैं. मगर हरियाणा पुलिस आगे बढ़ने नहीं दे रही. हरियाणा पुलिस ने धारा 163 लगाकर किसानों को रोकने की पूरी तैयारी कर रखी है.
यह किसान सभी फसलों पर एमएसपी पर खरीद के गारंटी कानून बनाने, डॉक्टर स्वामीनाथन आयोग के रिपोर्ट के हिसाब से कीमत तय करने, डीएपी खाद की कमी को दूर करने, किसान-खेत मजदूर का कर्ज माफ करने सहित तेरह मांगों को लेकर दिल्ली जाने की तैयारी में है.