गुरुवार को बिहार के मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण को राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने शपथ दिलवाई है. त्रिपुरारी शरण राज्य के छठे मुख्य सूचना आयुक्त के तौर पर पदभार संभालेंगे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और संसदीय कार्य मंत्री विजय राजकुमार चौधरी ने विपक्ष के नेता विजय कुमार सिंह के साथ मिलकर इस फैसले पर अपनी मोहर लगाई थी. जिसके बाद आज त्रिपुरारी शरण के शपथ का शपथ समारोह पूरा हुआ.
2005 में बना बिहार सूचना आयोग
त्रिपुरारी शरण राज्य में पांचवें रिटायर आईएएस ऑफिसर है जो सूचना आयुक्त के मुख्य सचिव के पद को संभाल रहे हैं. राज्य में सूचना आयोग का गठन साल 2005 में किया गया था, जिसमें एक मुख्य सूचना आयुक्त और तीन आयुक्त नियुक्त होते हैं. बिहार के पहले मुख्य सूचना आयुक्त(2006) रिटायर न्यायमूर्ति शशांक कुमार सिंह रहे थे. इसके अलावा चार रिटायर आईएएस अधिकारी को मुख्य सूचना आयुक्त का पद नियुक्त किया गया जिनमें अशोक कुमार चौधरी, आरजेएम पिल्लई, अशोक कुमार सिंह और एन के सिन्हा शामिल है.
त्रिपुरारी शरण बिहार के 1985 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. मूल तौर पर वह मुजफ्फरपुर जिले के रहने वाले हैं. उन्होंने सैनिक स्कूल तिलैया से अपनी पढ़ाई पूरी की. जिसके बाद वह भारतीय फिल्म एंड टेलीविज़न संस्थान पुणे के साथ जुड़ गए, जहां वह निर्देशक के तौर पर काम करते थे. यहां शरण ने बंद किए गए एक्टिंग कोर्स को वापस से शुरू करवाया था.
फिल्म, संगीत में खासी रूचि
इसके अलावा त्रिपुरारी शरण दूरदर्शन के महानिदेशक के तौर पर भी अपनी सेवांए दे चुके हैं. दूरदर्शन से शरण ने दृश्यांतर नाम की पत्रिका निकलवाई थी. उन्हें शास्त्रीय संगीत और फिल्मों में खासी रुचि है.
पहले भी मुख्य सचिव के पद संभालने के दौरान त्रिपुरारी शरण के कार्यकाल को बिहार सरकार ने 3 महीने के लिए बढ़ाया था, उस समय वह उनका दूसरा एक्सटेंशन था.