यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन(UGC) ने देशभर के 157 यूनिवर्सिटी(157 universities of India) को डिफॉल्टर घोषित किया है, जिसमें मध्य प्रदेश के 7 सरकारी बड़े यूनिवर्सिटी शामिल है. यूजीसी ने डिफॉल्टर घोषित सभी यूनिवर्सिटियों के लिस्ट को भी जारी किया है, जिसमें 108 सरकारी यूनिवर्सिटी, 47 प्राइवेट यूनिवर्सिटी और दो डीम्ड यूनिवर्सिटी शामिल है.
UGC ने इन विश्वविद्यालयों में UGC की गाइडलाइन के अनुसार लोकपाल नियुक्ति नहीं किया था. लोकपाल के बिना छात्रों को अपनी समस्याओं के समाधान करने में मुश्किल का सामना करना पड़ता था. दरअसल लोकपाल छात्रों की समस्याओं का समाधान करते हैं.
दो सरकारी विश्वविद्यालय डिफॉल्टर लिस्ट में
बिहार से दो सरकारी विश्वविद्यालय डिफॉल्टर की लिस्ट में है, इनमें बिहार इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय मीठापुर(पटना) और बिहार स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय(पटना) शामिल है. इनके अलावा प्राइवेट यूनिवर्सिटी अल करीम यूनिवर्सिटी(कटिहार) और माता गुजरी यूनिवर्सिटी(किशनगंज) भी UGC की डिफॉल्टर लिस्ट में शामिल है.
डिफॉल्टर यूनिवर्सिटी के लिस्ट में मध्य प्रदेश की 7 यूनिवर्सिटी के अलावा, छत्तीसगढ़ से पांच, आंध्र प्रदेश से चार, बिहार से दो, दिल्ली से एक, गुजरात से चार, हरियाणा से दो, जम्मू कश्मीर से एक, झारखंड से चार, कर्नाटक से तेरह, केरल से एक, महाराष्ट्र से सात, मणिपुर से दो, मेघालय से दो, उड़ीसा से एग्यारह, पंजाब से दो, राजस्थान से सात, सिक्किम से एक, तेलंगाना से एक, तमिलनाडु से तीन, उत्तर प्रदेश से दस, उत्तराखंड से चार, पश्चिम बंगाल से चौदह सरकारी यूनिवर्सिटी लिस्ट में शामिल है.
यूजीसी ने आंध्र प्रदेश से दो, बिहार से दो, गोवा से एक, गुजरात से छह, हरियाणा से एक, हिमाचल प्रदेश से एक, झारखंड से एक, कर्नाटक से तीन, मध्य प्रदेश से आठ, महाराष्ट्र से दो, राजस्थान से सात, सिक्किम से दो, तमिलनाडु से एक, त्रिपुरा से तीन, उत्तर प्रदेश से चार, उत्तराखंड से दो और दिल्ली से दो प्राइवेट यूनिवर्सिटी डिफाल्टर की लिस्ट में डाला है.