उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के चंदौली (Chandauli) के दीनदयाल नगर (Deendayal Nagar) में जहरीली गैस की चपेट में आने से चार लोगों की मौत (Three sanitation workers died) हो गयी है. बुधवार 8 अप्रैल की रात सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान सफाईकर्मी एक-एक कर अंदर गए और बेहोश होते चले गये. इन तीनों को बाहर निकालने गया चौथा व्यक्ति भी अन्दर ही बेहोश हो गया.
चीख-पुकार के बाद आसपास के लोगों ने चारों को किसी तरह बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया. जहां चारों लोगों को मृत घोषित कर दिया गया. वही घटना के बाद पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
15 साल पुराना था सेप्टिक टैंक
दीनदयाल कोतवाली थाना क्षेत्र के न्यू महल इलाके में रहने वाले भरत जयसवाल ने अपने मकान के सेप्टिक टैंक (Septic Tank) की सफाई के लिए काली महल इलाके से तीन मजदूर बुलाए थे. तीनों मजदुर रात 11 बजे भरत जायसवाल के घर पहुंच गये. काम शुरू करते-करते रात के 12 बज गये.
जैसे ही पहला मजदुर टैंक के अन्दर गया वह बेहोश हो गया. दूसरा और तीसरा मजदुर भी एक दुसरे की मदद करने अन्दर गया और बेहोश हो गया. तीन मजदूरों के अंदर फंसने के बाद मकान मालिक भरत जयसवाल का बेटा अंकुर भी सेप्टिक टैंक में उतर गया. लेकिन कमर में बंधी रस्सी खुल जाने के कारण वह भी अंदर गिर गया और बेहोश हो गया.
बताया जा रहा है जब चारों लोगों को अन्दर से निकाला गया तबतक दो लोगों की मौत हो चुकी थी. वहीं दो लोगों की मौत अस्पताल में इलाज के दौरान हुई.
मृतकों की पहचान 23 वर्षीय अंकुर जयसवाल, विनोद रावत (35), सुमित उर्फ लोहा (30) और 40 वर्षीय कुंदन के रूप में हुई है. वहीं प्रशासन ने मृतकों को चार-चार लाख रूपए का मुआवजा देने की बात कही है.