भारत एक महापुरुषों का देश है. यहां कई वीर सपूत हुए हैं. सभी किसी न किसी क्षेत्र या राज्य से आते हैं. आमतौर पर देखा गया है कि किसी खास राज्य से ताल्लुक रखने वाले महापुरुषों के नाम पर किसी चौक-चौराहे या भवन का नाम रखने का काम उसी राज्य की सरकार करती है.
ऐसे में एक बड़ा सवाल यह उठता है कि महाराणा प्रताप जो मूल रूप से राजस्थान के रहने वाले हैं और राजस्थान में कई भवन, कई चौक-चौराहे पर ना जाने कितने नाम महाराणा प्रताप के ऊपर रखे गए हैं. तो आखिर बिहार में महाराणा प्रताप की मूर्ति एक चौराहे पर लगाने के पीछे क्या कारण हो सकता है?
बिहार की राजधानी पटना में एसपी वर्मा चौराहे पर महाराणा प्रताप की मूर्ति लगी है. राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेशानुसार महाराणा प्रताप की जयंती पर हर वर्ष बिहार में राजकीय समारोह आयोजित किया जाता है.
दरअसल ऐसा माना जाता है कि जदयू इस तरह के कार्यक्रमों से राजपूत वोटरों को अपनी तरफ करने का प्रयास करती है. अक्सर ऐसा देखा गया है कि बिहार की राजनीति में किसी महापुरुष की जयंती को मनाकर या उनकी पुण्यतिथि समारोह को आयोजित कर किसी खास वर्ग के वोटरों को लुभाया जाता रहा है. इसके अलावा विधानसभा चुनाव में लगातार कम हो रहे राजपूत वोट प्रतिशत को बढ़ाने के लिए भी जदयू इस तरह के दांव खेल रही है?