केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मंगलवार को राज्यसभा में डॉक्टर अंबेडकर को लेकर एक बयान दिया. केंद्रीय मंत्री के अंबेडकर वाले बयान से देशभर के सियासी गलियारों में खलबली मच गई है. दरअसल, मंगलवार को अमित शाह ने कहा कि अभी एक फैशन हो गया है अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर. इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिलता. शाह के इस बयान पर बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भड़क गए हैं. उन्होंने भाजपा और आरएसएस को लेकर इस पर हमला बोला है.
तेजस्वी यादव ने अपने एक्स पर अमित शाह के बयान वाले वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा बाबा साहेब अंबेडकर के चाहने वालों को स्वर्ग नहीं स्वर ही आवश्य चाहिए. संविधान के शिल्पकार के प्रति ऐसे घृणित सोच भाजपा और आरएसएस की पाठशाला से ही पनपती है. देश के 100 करोड़ से अधिक वंचित, अपेक्षित, उत्पीड़ित, शोषित, उपहासिक, दलित, पिछड़े, गरीब, अल्पसंख्यक एवं क्षमता समाजवाद, धर्मनिरपेक्षता, बंधुता और संविधान में यकीन रखने वाले न्याय प्रिय लोगों के लिए बाबासाहेब आंबेडकर भगवान से कम नहीं है. उन्होंने आगे लिखा कि बाबासाहेब ने करोड़ों लोगों को नरकीय जीवन से छुटकारा दिलवा कर इस जीवन में जीते जी ही मोक्ष प्रदान किया है.
तेजस्वी यादव ने गृह मंत्री शाह से माफी मांगने के लिए कहा है. उन्होंने लिखा के संविधान निर्माता के प्रति गृह मंत्री की ऐसी सोच कि हम निंदा तथा उनसे माफी की मांग करते हैं.
इधर, डॉक्टर अंबेडकर पर किए गए टिप्पणी पर कांग्रेस ने आज राज्यसभा के बाहर हंगामा किया. साथ ही गृह मंत्री से इस्तीफा देने की भी मांग रखी है.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम अंबेडकर का अपमान करने के लिए गृहमंत्री अमित शाह से इस्तीफा की मांग करते हैं. उन्हें देश से माफी मांगने चाहिए. उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती ने एक्स पर लिखा कांग्रेस व बीजेपी एंड कंपनी के लोगों को बाबासाहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की आड़ में अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने की बजाय उनका पूरा आदर सम्मान करना चाहिए. इन पार्टियों के लिए उनके जो भगवान है, उनसे पार्टी को कोई एतराज नहीं है. लेकिन दलितों व अन्य उपेक्षितों के लिए एक मात्र इनके भगवान केवल बाबा साहब हैं. जिनकी वजह से इन वर्गों को जिस दिन संविधान में कानूनी अधिकार मिले, उसी दिन इन वर्गों को सात जन्मों का स्वर्ग मिल गया था.