बिहार के बाहुबली नेता और मोकामा विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक अनंत सिंह एक बार फिर सलाखों के पीछे पहुंच गए हैं. 15 दिन के पैरोल खत्म होने के बाद 19 मई की रात फिर से अनंत सिंह को बेउर जेल भेजा गया. 5 मई को अनंत सिंह जेल से बाहर आए थे, जिसके बाद से लगातार वह मीडिया और चुनाव में चर्चा का विषय बन गए थे. चुनावी मौसम के भी बीच अनंत सिंह आम लोगों से मुलाकात करने भी पहुंच रहे थे, जिसका प्रभाव सीधे-सीधे चुनावी नतीजों पर देखने मिल सकता है. जिस दौरान अनंत सिंह जेल से बाहर थे, उस दौरान मुंगेर में लोकसभा चुनाव संपन्न हुआ. 13 मई को मुंगेर में लोकसभा चुनाव की वोटिंग हुई. मुंगेर के अंतर्गत मोकामा और बाढ़ विधानसभा क्षेत्र आते हैं, जहां अनंत सिंह का जबरदस्त प्रभाव देखने मिलता है.
अनंत सिंह के पेरौल खत्म होने के बाद उन्होंने अपने अंदाज में समर्थकों का आभार जगाया और साथ ही जल्दी जेल से बाहर आने की बात की. बाहुबली नेता ने अपने फेसबुक पर लिखा- सौभाग्य न सब दिन सोता है, देखें, आगे क्या होता है.
आप समस्त जनता मालिक, समर्थकों से वादा है बहुत जल्द लौटेंगे.
अनंत सिंह ने आगे लिखा- मेरा पानी उतरता देख मेरे किनारे पे घर मत बना लेना, मैं समंदर हूँ पलट कर जरूर आऊंगा. मोकामा विधानसभा क्षेत्र समेत देश के कोने कोने से मिलने आएं तमाम जनता मालिक, समर्थकों का आभार. इस प्यार एवं स्नेह का आजीवन ऋणी रहूँगा. आपका सेवक
बीते 5 सालों से अनंत सिंह जेल की सलाखों के पीछे बंद है. पूर्व विधायक के घर से भारी मात्रा में हथियार पुलिस के हाथ लगे थे, जिसके बाद कोर्ट में उन्हें 10 साल की सजा सुनाई थी. 5 साल की सजा काटने के बाद पारिवारिक संपत्ति बंटवारे के लिए अनंत सिंह को पेरौल मिली थी. कोर्ट ने उन्हें 15 दिनों के लिए जेल से बाहर आने की अनुमति दी थी.
अनंत सिंह पांच बार मोकामा से विधायक रहे, जेल जाने के बाद उनकी पत्नी नीलम देवी ने 2022 में विधानसभा उपचुनाव में मोकामा से जीत हासिल की थी.