बुधवार को बिहार के अलग-अलग जिलों से भीषण गर्मी के कारण बच्चों के बेहोश होने की खबरें आती रही. एक के बाद एक कई सरकारी स्कूलों में गर्मी के कारण बच्चे बेहोश हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा. आज दिनभर में लगभग सैकड़ो छात्र गर्मी के कारण बेहोश हुए हैं. इसके बाद चौतरफा शिक्षा विभाग अपने समय को लेकर कड़ी प्रतिक्रियाएं झेलने लगा.
सैकड़ो बच्चों के बीमार होने के बाद विभाग की नींद जागी और उसने स्कूल के समय में बदलाव किया. शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने अपने आदेश को बदलते हुए स्कूल की टाइमिंग को बदला है. राज्य में अब सुबह 6 से 10 बजे तक ही स्कूलों का संचालन किया जाएगा. बुधवार को जारी हुए आदेश में बताया गया कि यह आदेश सिर्फ प्रारंभिक विद्यालयों के लिए जारी किया गया है, यानी क्लास एक से आठ तक के स्कूल के समयों को बदला गया है.
वहीं मिशन दक्ष और विशेष कक्षाओं को आदेश में राहत नहीं मिली है. मिशन दक्ष के तहत चलाई जाने वाली कक्षाएं पहले की तरह ही संचालित की जाएगी. यह नया आदेश 8 जून तक के लिए जारी किया गया है. माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद की तरफ से आज आदेश को जारी किया गया. हालांकि विभाग ने थोड़ी राहत देते हुए समय को बदल दिया, लेकिन हर तरफ से स्कूल को बंद करने की ही मांग उठ रही है.
बता दें कि बिहार में चिलचिलाती धूप और हीट वेव के बीच सरकारी स्कूल संचालित हो रहे हैं. राज्य के अधिकांश शहरों में तापमान 45 डिग्री के पार है. वही औरंगाबाद में तापमान 48 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा चुका है. बावजूद इसके राज्य के सभी सरकारी स्कूल खुले हुए हैं. स्कूल खुले होने के कारण बच्चों से लेकर शिक्षक तक स्कूल जाने को मजबूर है.