सीएम नीतीश कुमार लोकसभा चुनाव के बाद काम को लेकर अपनी कमर कस चुके हैं. बीते दिनों ही सीएम ने चुनाव खत्म होने के बाद कैबिनेट बैठक बुलाई थी, जिसमें कई बड़े फैसलों पर कैबिनेट में मुहर लगी थी. 14 जून की बैठक में सीएम ने 25 एजेंडों पर मुहर लगाई थी, इसके बाद एक बार फिर से सीएम ने कैबिनेट की बैठक बुलाई है.
गुरुवार को सीएम नीतीश कुमार ने मुख्य सचिवालय के कैबिनेट हॉल में सुबह 11:00 बजे बैठक बुलाई है, जिसमें नौकरी और रोजगार को लेकर सरकार फैसला ले सकती है. विधानसभा चुनाव बिल्कुल सर पर खड़े हैं, ऐसे में राज्य सरकार युवाओं को लुभाने के लिए कैबिनेट में प्रस्ताव पारित कर सकती है. हाल के दिनों में ही बिहार सरकार ने शिक्षा, नौकरी और रोजगार पर अपना एक्शन साफ़ किया है. बीते दिनों ही सीएम ने सरकारी परीक्षा के पेपर लीक मामले में कड़ी कार्रवाई की बात कही थी. इसके अलावा डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने भी पेपर लीक पर कड़े कानून बनाए जाने की बात कही थी.
सीएम सचिवालय की ओर से कल की कैबिनेट बैठक को लेकर कहा जा रहा है कि विधानमंडल के मानसून सत्र के लिए इसे बुलाया गया है.
मालूम हो कि पिछली बैठक में सीएम ने कर्मचारियों के हाउस रेंट को बढ़ाने का फैसला लिया था. इसके अलावा महादलित और अल्पसंख्यकों के लिए भी कैबिनेट में मंजूरी मिली थी. बिहार बेरोजगारी भत्ता नियमावली 2024 को भी राज्य सरकार ने पिछली बैठक में मंजूरी दी थी.