बिहार के बेगूसराय में झटका मीट की दुकान खुली है, जो सभी की निगाहें अपनी ओर खींच रही है. इस दुकान का नाम और इसका प्रचार प्रसार सब भाजपा के एक नेता करते हुए नजर आ रहे हैं. भाजपा के फायर ब्रांड नेता और बेगूसराय सांसद गिरिराज सिंह के नाम पर झटका मीट की दुकान बेगूसराय में खुली है. खुद गिरिराज सिंह ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर दुकान का पोस्टर अपलोड किया है.
गिरिराज सिंह ने लिखा है इस तरह की दुकान खोलने के लिए काफी समय से डिमांड आ रही थी. ऐसे में उन्होंने कई लोगों की बात कर इस तरह की दुकान खोलने को प्रोत्साहित किया. गिरिराज अमर झटका मीट शॉप के नाम से यह पहली दुकान है, जल्द ही इसी तरह की और भी दुकान खुलेंगे और वह खुद इन दुकानों का प्रचार प्रसार करेंगे.
हलाल मांस खाना छोड़े
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वह इस तरह की दुकान को खोलने के लिए दुकान मालिक अमर की सराहना करते हैं. इस दुकान का उद्घाटन करते हुए गिरिराज सिंह ने कहा कि हमारे धर्म में झटका मीट खाने का विधान है और इन दुकानों से हमें झटका मीट गारंटी के साथ मिलेगी. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इन दुकानों पर मुर्गा और अंडा भी थोक रेट में मिल जाएगा, जिनके धर्म में हलाल खाना लिखा है वह खाएं. वह किसी को मना नहीं करने जाएंगे.
इसके अलावा पोस्ट में शादी और पार्टी के अवसर पर आर्डर सप्लाई करने की भी बात लिखी हुई है. इसके पहले भी कई बार गिरिराज सिंह ने खुलेआम हलाला मीट छोड़ झटका मीट खाने का समर्थन किया था. बीते साल दिसम्बर में भी उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र बेगूसराय में समर्थकों से इस बात की प्रतिज्ञा लेने के लिए कहा कि वह सभी हलाल मांस खाना छोड़ देंगे. हलाल मांस खाने से धर्म भ्रष्ट होता है.
मुस्लिम समुदाय में झटका वाले मांस खाने पर प्रतिबन्ध
केन्द्रीय मंत्री ने आगे कहा कि जब मुसलमान हलाल मांस(Halal meat) खा रहे हैं तो हिंदुओं को अपने धार्मिक परंपराओं के अनुसार अपनी प्रतिबद्धता को दिखाना चाहिए. मुस्लिम समुदाय में झटका वाले मांस खाने पर प्रतिबंध है लेकिन हम हिंदुओं को झटका वाला मांस खाना चाहिए. जब भी हिंदू समुदाय में जानवरों की बलि दी जाती है, तब उसे काटने का तरीका झटका रहता है यानी एक बार में ही जानवरों को मार दिया जाता है. जबकि मुस्लिम धर्म में धीरे-धीरे करके जानवर को काटा जाता है.
लोगों को प्रतिज्ञा दिलाते हुए गिरिराज सिंह ने बेगूसराय में झटके वाले बूचड़खाने स्थापित करने की भी जरूरत बताई. उन्होंने कहा कि ऐसे बूचड़खाने को स्थापित करना जरूरी है, जहां पर जानवरों को एक ही झटके में वध कर दिया जाए. जहां सिर्फ झटका वाला मांस बेचा जाए.