बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र की आज से शुरुआत होने जा रही है. यह सत्र पांच दिनों तक चलेगा, जिसमें कई मुद्दों पर हंगामा होने की उम्मीद जताई जा रही है. विपक्षी दल सरकारी स्कूल के टाइमिंग में बदलाव, स्मार्ट मीटर और जमीन सर्वेक्षण जैसे मुद्दे को उठा सकता है. विपक्षी दलों (राजद, कांग्रेस और सीपीआई (एम)) के द्वारा बीते कई दिनों से इन मुद्दों को लेकर सरकार के ऊपर प्रहार हो रहे है. इधर गठबंधन वाली सरकार उपचुनाव के नतीजे के बाद गदगद नजर आ रही है.
सोमवार को सत्र की शुरुआत सुबह 11:30 बजे राज्यपाल के अभिभाषण से होगी. इसके बाद उपचुनाव में जीत हासिल करने वाले चारों नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी. ऐसा पहली बार हो रहा है, जब कोई विधायक चुनाव जीतने की एक दिन बाद ही सदन की सदस्यता ग्रहण करेगा.
पहले दिन दोनों सदनों में दूसरे अनुपूरक व्यय विवरणी भी पेश किए जाएंगे. साथ ही सदन में शोक प्रस्ताव भी विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव की ओर से पेश होगा. मंगलवार और बुधवार को राजकीय विधेयक पर चर्चा होगी और गुरुवार को सप्लीमेंट्री व्यय पर चर्चा होगी. आखिरी दिन (शुक्रवार) को गैर सरकारी संकल्प लिए जाएंगे.
शीतकालीन सत्र में राज्य सरकार जमीन सर्वे की प्रक्रिया में सुधार करने के लिए नया कानून भी पेश कर सकती है. हाल में ही राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री ने कहा था कि हम जमीन सर्वे की प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए बिल बनाने की तैयारी कर रहे हैं.