लोहरदगा: झारखंड चुनाव तक हेमंत सोरेन की सरकार क्या बनायेगी सड़क?
झारखंड चुनाव तक हेमंत सोरेन: झारखंड के
जिलों में सड़कों का कितना विकास हो रहा है. लेकिन सच्चाई अगर जाननी है तो बहुत दूर जाने की ज़रूरत नहीं है. राजधानी रांची से डेढ़ घंटे की दूरी पर है.
5250 करोड़ रूपए. ये झारखंड में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सड़क बनाने के लिए बजट आवंटित किया था. इन पैसों से झारखंड के 5,770 किलोमीटर लंबी सड़क बननी थी. इनका मकसद था कि सरकार एक गांव को शहर से जोड़ेगी और झारखंड अच्छे ढंग से पूरे देश से जुड़ पायेगा.
लेकिन हेमंत सोरेन केवल अच्छे आंकड़े पेश करने में माहिर हैं. ये आंकड़े सुनने के बाद लोगों को लगेगा कि झारखंड की सड़कों का कितना विकास हो रहा है. लेकिन सच्चाई अगर जाननी है तो बहुत दूर जाने की ज़रूरत नहीं है. राजधानी रांची से डेढ़ घंटे की दूरी पर है लोहरदगा का सेन्हा प्रखंड. सेन्हा प्रखंड के भड्गाओं पंचायत में सड़क है जो पूरी तरह से टूटी हुई है.
शायद शहर में रहने वाले लोगों को सड़क की बहुत अहमियत ना पता हो. लेकिन ये इसकी क्या अहमियत है ये एक गर्भवती महिला से जाननी चाहिए. जो सड़क नहीं होने की वजह से अस्पताल नहीं पहुंच पाती है. वो मरीज़ जिनकी मौत हो जाती है, क्योंकि एम्बुलेंस नहीं पहुंच पाती. कई बच्चों की पढ़ाई तक छूट जाती है. सड़क नहीं होने की वजह से इस पंचायत की 4 हजार की आबादी प्रभावित है.
आपने देखा कि कैसे लोगों की जिंदगी एक सड़क नहीं होने की वजह से प्रभावित हो रही है. जनता की मांग मूलभूत चीज़ों की है. पंचायत समिति का कहना है कि सड़क 2024 तक बन कर तैयार हो जायेगी. 2024 में इसलिए बनेगी क्योंकि उसी साल झारखंड में विधानसभा चुनाव भी है. लेकिन हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द गांव में सड़क निर्माण हो सके.