देश इस समय भीषण गर्मी की चपेट में हैं. इस दौरान देश के अधिकांश हिस्से जल संकट का सामना कर रहे हैं. शहरी लोग पानी की जरूरतों के लिए पानी के टैंकरों की राह देखने को मजबूर हैं. गर्मी के शुरुआत में ही बेंगलुरु से भीषण जल संकट की खबर आई थी. राजधानी दिल्ली में भी लोगों जल संकट का सामना करना पड़ रहा है.
दिल्ली सरकार ने खुलेआम पानी की बर्बादी करने पर 2000 रुपये का जुर्माना भी लगाया है. हालांकि, अब राजधानी दिल्ली में हो रहे जल संकट से निपटने के लिए राज्य कि AAP सरकार ने सुप्रीम कोर्ट का रुख का लिया है.
AAP ने शुक्रवार 31 मई को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल किया हैं. याचिका में कहा गया है कि पड़ोसी राज्य हरियाणा, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश दिल्ली को एक महीने का अतिरिक्त पानी दे. राज्य सरकार का कहना है कि भीषण गर्मी के कारण राज्य में पानी की मांग बढ़ गयी है. ऐसे में पड़ोसी राज्यों को दिल्ली के लिए ज्यादा पानी छोड़ना चाहिए.
केजरीवाल ने मांगा सहयोग
भीषण गर्मी और दिल्ली में उत्पन्न हुए जल संकट पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा “भीषण गर्मी में पानी की डिमांड बहुत बढ़ गयी है. और जो पानी दिल्ली को पड़ोसी राज्यों से मिलता था, उसमे भी कमी कर दी गयी है. यानी डिमांड बहुत बढ़ गयी और सप्लाई कम हो गयी. हम सबको मिलकर इसका निवारण करना है.
बीजेपी से सहयोग की मांग करते हुए केजरीवाल ने लिखा “मैं देख रहा हूँ कि बीजेपी के साथी हमारे ख़िलाफ़ धरने प्रदर्शन कर रहे हैं. इस से समस्या का समाधान नहीं निकलेगा. मेरी सभी से हाथ जोड़ कर विनती है कि इस वक़्त राजनीति करने की बजाय, आइये मिलकर दिल्ली के लोगों को राहत दिलवायें.
यदि बीजेपी हरियाणा और UP की अपनी सरकारों से बात करके एक महीने के लिए दिल्ली को कुछ पानी दिलवा दें तो दिल्ली वाले बीजेपी के इस कदम की खूब सराहना करेंगे. इतनी भीषण गर्मी किसी के हाथ की बात नहीं. लेकिन हम सब मिलकर काम करें तो लोगों को इस से राहत तो दिलवा सकते हैं.
आतिशी ने लगाया था आरोप
AAP नेता और प्रवक्ता आतिशी मर्लेना ने दिल्ली में जल संकट को लेकर पहेल ही हरियाणा की बीजेपी सरकार पर आरोप लगा चुकी हैं. 22 मई को प्रेस कांफ्रेंस करते हुए आतिशी ने कहा था हरियाणा सरकार यमुना में पानी नहीं छोड़ रही है.
आतिशी का आरोप पीएम मोदी की दिल्ली रैली से ठीक पहले लगाया गया था. AAP प्रवक्ता आतिशी मर्लेना (AAP Leader Atishi Marlena) ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा था “25 मई को चुनाव से पहले दिल्ली में जल संकट पैदा किया जा रहा है. यमुना का पानी हरियाणा सरकार द्वारा साज़िशन रोका जा रहा है. 11 मई से हर रोज़ यमुना जी का जल स्तर लगातार नीचे आ रहा है. 25 मई की वोटिंग से पहले बीजेपी दिल्ली में पानी की त्राहि-त्राहि मचाने की साज़िश रच रही है. मैं दिल्ली की जनता को सचेत करना चाहती हूँ. भाजपा के षडयंत्र में मत फंसो. मैं भाजपा से भी कहना चाहती हूं. तुम दिल्ली की जनता को मूर्ख नहीं बना सकते, वे इस बार सभी 7 सीटें I.N.D.I.A. गठबंधन को देने जा रहे हैं.”
आतिशी ने दावा किया कि “यमुना का न्यूनतम जल स्तर 674 फीट होता था लेकिन कल (21 मई) 671 फीट के भी नीचे आ गया है.”
बीजेपी की साजिश
आतिशी ने आरोप लगाया था कि “बीजेपी दिल्ली में सातों सीट हार रही है. इससे परेशान बीजेपी ने दिल्ली में AAP और अरविंद केजरीवाल के खिलाफ साज़िश रचना शुरू कर दिया. एक जांच में पता चला है कि हरियाणा सरकार दिल्ली में मिलने वाले यमुना के पानी को रोक रही है.”
आप नेता आतिशी ने कहा था कि इस समस्या से निपटने के लिए वे लोग हरियाणा सरकार से बात करेंगे. साथ ही दिल्ली जल बोर्ड को इसके लिए निर्देश दिए गये हैं. पानी के टैंकरों की संख्या बढ़ाने को कहा गया है और बोरवेल के चलने का समय भी बढ़ा दिया गया है.
आतिशी ने कहा था कि जरुरत पड़ने AAP सरकार हरियाणा सरकार को पत्र लिखेगी. अगर हरियाणा सरकार को लिखे पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो जरूरत पड़ने पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.