मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीते साल अपने बयानों, राजनीतिक उलट-फेर, इंडिया गठबंधन के साथ अपने रिश्ते, पीएम पद के उम्मीदवार न बनने और ललन सिंह के इस्तीफ़े पर भाजपा की तरफ से खूब लपेटे गए थे. आज भी भाजपा किसी भी मौके पर बिहार सीएम के ऊपर हमला करने से पीछे नहीं हटती है.
जदयू पार्टी की ओर से अपने सीएम का बचाव करने के लिए भवन निर्माण मंत्री को उतरना पड़ा है. भवन निर्माण मंत्री ने गुरुवार को जमुई में सीएम को घेरने वाले लोगों को करारा जवाब दिया है. जमुई से उन्होंने सभी राजनीतिक दलों को आगाह किया है कि जो भी सीएम के राजनीतिक भविष्य को लेकर बयान बाजी कर रहे हैं वह सचेत हो जाए, क्योंकि टाइगर अभी जिंदा है.
सीनियर लीडर अशोक चौधरी ने कहा कि उनके नेता और सीएम नीतीश कुमार को लेकर काफी साजिशे चल रही है. बिहार सीएम ने खुद कई मौकों पर यह बातें सार्वजनिक की है कि वह प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार नहीं है और ना ही संयोजक पद के लिए. वह सिर्फ मिलजुल कर चुनाव लड़ना चाहते हैं. इसके अलावा उनकी दूसरी कोई इच्छा नहीं है. सीएम के बार-बार साफ करने के बाद भी यह मुद्दा उठाया जा रहा है.
मंत्री ने आगे कहा कि पॉलीटिकल करियर में कब क्या होगा इसके बारे में कोई नहीं जानता है. अभी मैं इंटरव्यू दे रहा हूं, इसके बाद मुझे देवघर जाना है रास्ते में हार्ट अटैक हो जाए, इसकी कोई गारंटी नहीं है. 2 घंटे बाद क्या होगा, कल क्या होगा इसकी भी कोई गारंटी नहीं है. अभी फिलहाल हमारी पार्टी गठबंधन में है और हमारी सरकार चल रही है.
मंत्री अशोक चौधरी ने आगे सीएम के जदयू की कमान संभालने पर भी मीडिया से बात की. उन्होंने कहा कि पार्टी में कोई आता है, तो कोई जाता है. पहले भी बहुत लोग आ चुके हैं और जा चुके हैं. ललन सिंह को चुनाव लड़ना है, इसलिए उन्होंने नीतीश कुमार से आग्रह किया था कि उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से मुक्त किया जाए. ताकि वह लोकसभा चुनाव क्षेत्र में अपना समय दे पाए.
भवन निर्माण मंत्री ने कहा कि भाजपा के लोगों मुगालते में ना रहे, टाइगर अभी जिंदा है.
अशोक चौधरी ने आगे हिंदू-मुस्लिम को लेकर भी बातें कहीं. उन्होंने आगे कहा कि जो लोग देश में धर्म और जाति के नाम पर नफरत फैला रहे हैं उनसे लोगों को सावधान रहना चाहिए. देश में कुछ संख्या में मुसलमान आए थे, जब मुगलों का शासन था. उस समय लोग हिंदू से मुस्लिम में कन्वर्ट हो गए.
भारत में अफगान से घोड़ा पर चढ़कर मुस्लिम नहीं आए. मुस्लिम भी हमारे परिवार के ही अंग है. हिंदू का खून भी लाल है और मुसलमान का भी खून लाल होता है. आज जो हिंदू है, वह कल मुसलमान बन सकते हैं और जो आज मुसलमान है, वह कल हिंदू भी बन सकते हैं. धर्म अपनाने और विश्वास करने की चीज है. इसलिए धर्म और राजनीति को अलग-अलग रखना चाहिए.
भाजपा के लोग जब से सत्ता में आए हैं, तब से वह सिर्फ धर्म और राजनीति को एक साथ जोड़कर देश में नफरत फैला रहे हैं. उन्हें गरीबों की चिंता नहीं है. देश में बढ़ रही बेरोजगारी और आसमान छूती महंगाई की भी चिंता भाजपा के लोगों को नहीं है.