1 मार्च से बिहार बोर्ड के मैट्रिक परीक्षा की कॉपी का मूल्यांकन शुरू हो गया है. आज से शुरू हुआ या मूल्यांकन 10 मार्च तक चलने वाला है, जिसके लिए बिहार स्कूल एग्जामिनेशन बोर्ड(BSEB) की तरफ से सभी जिलों में संबंधित निर्देश भेज दिए गए हैं.
गुरुवार को प्रतिनियुक्ति के लिए देर शाम पत्र जारी किया गया. बोर्ड ने परीक्षा के मूल्यांकन के लिए 250 केंद्र पूरे राज्य में बनाए हैं. राजधानी पटना में मूल्यांकन केन्द्रों की संख्या 11 है, जहां 3000 से ज्यादा शिक्षकों को परीक्षा के कॉपी चेक करने के लिए प्रतिनियुक्ति किया गया है.
96,36,774 मैट्रिक उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन
BSEB ने साफ तौर पर कहा है कि अगर कोई शिक्षक मूल्यांकन कार्य में शामिल नहीं होता है तो उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी. BSEB समिति ने सभी जिलों को साफ निर्देश दिया कि मूल्यांकन केन्द्रों पर मूल्यांकन काम के लिए सभी शिक्षक उपस्थित होंगे, अगर केन्द्रों पर शिक्षकों की कमी होती है तो उन केन्द्रों पर विषयवार शिक्षकों को लगाया जा सकता है. सभी केंद्र पर सुबह 8:00 बजे से शिक्षकों को अपना योगदान देना होगा.
बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि कुल 96,36,774 मैट्रिक की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जा रहा है. दो पालियों में कॉपियां का मूल्यांकन होगा. जिन विकेंद्रों पर मूल्यांकन हो रहा है वहां पर सीसीटीवी से निगरानी की जाएगी. दसवीं के 9663774 और 12वीं के 69,44,777 कॉपियों का मूल्यांकन होगा. कंप्यूटर से नंबरों की जांच भी की जाएगी, जिससे मूल्यांकन में किसी भी तरह की गड़बड़ी न हो.
बोर्ड ने मूल्यांकन केंद्र पर शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति के साथ-साथ कंप्यूटर ऑपरेटर की नियुक्ति की है. जिस दिन मूल्यांकन होगा, उसी दिन मूल्यांकन को कंप्यूटर पर इंटर करना होगा. पूरे पांच चरणों में कॉपियों के अंकों की जांच की जाएगी.