शिक्षा विभाग ने बीते दिन दुर्गा पूजा के दौरान शिक्षकों की ट्रेनिंग को लेकर नोटिस जारी किया था. नोटिस के अनुसार बिहार में शिक्षकों की ट्रेनिंग 16 से 21 तय की गई थी. तारीख आने के बाद से ही बिहार के शिक्षकों में काफी नाराजगी है.
शिक्षक शनिवार से ही फैसले के बाद से इसका विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि दुर्गा पूजा के दौरान कई शिक्षक व्रत रखते हैं, पूजा पाठ करते हैं, इसलिए उन्हें ट्रेनिंग दुर्गा पूजा के बाद देनी चाहिए. सोमवार को शिक्षकों ने बिहार लोक प्रशासन एवं ग्रामीण विकास संस्थान (बिपार्ड) के बाहर इस आदेश के खिलाफ प्रदर्शन भी किया.
शिक्षकों के प्रदर्शन के बाद मीडिया की अनुमति नहीं
शिक्षा विभाग को इस मामले में शिक्षक संघ ने ट्रेनिंग रद्द करने के लिए आवेदन भी दिया था. लेकिन शिक्षा विभाग ने उस आवेदन को रद्द कर दिया है. 16 अक्टूबर से यह ट्रेनिंग राज्य के अलग-अलग जिलों में शुरू हो गई है. इस आवासीय ट्रेनिंग में शिक्षकों को योगा, पीटी, कंप्यूटर और डिजिटल चीजों का इस्तेमाल करने का तरीका सिखया जाएगा.
विपक्ष भी इस संबंध को राजनीतिक बनाने में जुट गया है. आदेश के बाद केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने शिक्षा विभाग पर उत्पीड़न का अनुरूप लगाया गया है. शिक्षकों के प्रदर्शन के बाद से मीडिया कर्मियों को बिपार्ड के परिसर के अंदर जाने की अनुमति नहीं है. भाजपा ने कहा है कि शिक्षकों में महिलाओं की संख्या ज्यादा है, यह सीधे-सीधे तुष्टिकरण का मामला है.
गौरतलब है कि बीते कई दिनों से शिक्षा विभाग के कई आदेशों पर राज्य सरकार और विपक्ष आमने-सामने हो जाता है. हाल में ही शिक्षा विभाग में रक्षाबंधन, जीतिया, तीज इत्यादि त्योहारों में स्कूलों की छुट्टियों को रद्द कर दिया था. राज्य में इसपर भी बहुत बवाल मचा था.