लोकसभा चुनाव के उथल-पुथल के बीच मुख्य चुनाव आयुक्त (Election Commission) राजीव कुमार को केंद्र सरकार ने Z श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की खुफिया रिपोर्ट के बाद गृह मंत्रालय ने मंगलवार (8 अप्रैल) को उनकी सुरक्षा बढ़ाने का निर्देश दिया है. हालाँकि मंत्रालय ने इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) की खुफिया रिपोर्ट के बारे ज्यादा जानकारी साझा नहीं किया है.
लोकसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग से ठीक पहले मंत्रालय ने यह कदम उठाया है. Z श्रेणी की सुरक्षा के तहत चुनाव आयुक्त के की सुरक्षा में अब 24 घंटे CRPF के 40-45 जवानों की टुकड़ी सुरक्षा में तैनात रहेगी. जवानों की ये टुकड़ी चुनाव आयुक्त के साथ दिल्ली से बाहर जाने के दौरान भी उनकी सुरक्षा में साथ रहेगी.
रिपोर्ट्स के अनुसार राजीव कुमार (Rajiv Kumar) के आवास पर तैनात 10 सशस्त्र स्टैटिक गार्ड, चौबीसों घंटे सुरक्षा प्रदान करने वाले छह निजी सुरक्षा अधिकारी और तीन शिफ्टों में काम करने वाले 12 सशस्त्र एस्कॉर्ट कमांडो रहेंगे. इसके अतिरिक्त हर समय राजीव कुमार की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रति शिफ्ट में दो वॉचर और तीन ट्रेंड ड्राइवर स्टैंडबाय पर रहेंगे.
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राजनीतिक दलों के हालिया प्रदर्शन और विदेश से मिल रही धमकियों को देखते हुए राजीव कुमार की सुरक्षा बढ़ाई गई है. दरअसल, 8 अप्रैल को पश्चिम बंगाल के TMC सांसदों और विधायकों ने चुनाव आयोग के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया है. इनकी मांग है कि चुनाव आयोग ED, CBI, NIA और इनकम टैक्स के डायरेक्टर्स को फौरन हटाए. आम आदमी पार्टी (AAP) ने TMC की मांग का समर्थन किया है.
राजीव कुमार 1984 बैच के रिटायर्ड IAS अधिकारी हैं. उन्होंने 15 मई 2022 को 25वें मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) के रूप में कार्यभार संभाला. उन्हें 1 सितंबर, 2020 को चुनाव आयोग में चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया गया था.