झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज ईडी के सामने अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब देंगे. जमीन घोटाला मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने बीते साल से सात बार समान भेजा था. इन सातों समन में एक बार भी सीएम ईडी के सामने पूछताछ के लिए पेश नहीं हुए थे, आठवें समन और पत्र को ईडी ने बिल्कुल कड़ाई से जारी किया था जिसके बाद हेमंत सोरेन को भी ईडी के सामने पूछताछ के लिए हामी भरनी ही पड़ी थी.
हेमंत सोरेन के साथ होने वाली ईडी की इस पूछताछ को लेकर राज्य पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखकर सुरक्षा व्यवस्था पुख्ता करने के लिए कहा था. पुलिस मुख्यालय को लिखे गए पत्र में इस बात का जिक्र किया गया था कि 20 जनवरी को सीएम हेमंत सोरेन से उनके आवासीय कार्यालय में पूछताछ होगी.
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
इसके लिए ईडी के अधिकारी हेमंत सोरेन के सरकारी आवास पहुंच गए हैं. इस हाई प्रोफाइल पूछताछ में विधि-व्यवस्था बाधित न हो, इसे सुनिश्चित करने के लिए ईडी ने पुलिस को पत्र लिखा था. ईडी की तरफ से पुलिस मुख्यालय को लिखे गए इस पत्र के बाद पुलिस मुख्यालय ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने की तैयारी की थी.
रांची पुलिस ने सीएम आवास की सुरक्षा कड़ी कर दी है. 1000 से भी ज्यादा जवान को इस दौरान सीएम आवास के आसपास तैनात किया गया है. तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था को सीएम आवास और ईडी कार्यालय के बाहर लगाई गई है. रांची प्रशासन किसी भी तरह की अप्रिय घटना पूछताछ के दौरान नहीं चाहता है, यह सुरक्षा पूछताछ के खत्म होने तक जारी रहेगी.
सीएम सोरेन और ईडी के बीच चलने वाले इस पूछताछ के लिए विभाग से आधा दर्जन से गाड़ियां सीएम आवास से पहुंची है. सीएम हेमंत सोरेन के सरकारी आवास पर ईडी के अधिकारियों की पहले जांच हुई, जिसके बाद सभी को पूछताछ करने के लिए अंदर भेजा गया. एक दर्जन से भी ज्यादा अधिकारी आज जमीन घोटाला मामले में हेमंत सोरेन से पूछताछ करेंगे.
पूछताछ खत्म होने तक सीएम आवस के बाहर से किसी भी गाड़ियों की आवाजाही पर पाबंदी लगाई गई है. पुलिस ने आवास के बाहर बैराकेडिंग भी लगाई है. डीएसपी राजकुमार मेहता खुद सीएम आवास के सुरक्षा व्यवस्था को संभालने के लिए मौके पर तैनात है.
झामूमो कार्यकर्ताओं में रोष
सीएम के साथ होने वाली इस पूछताछ के खिलाफ झामूमो कार्यकर्ताओं में रोष भरा हुआ है. रांची की सड़कों पर झामूमो कार्यकर्ताओं ने ईडी और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की है. झामूमो कार्यकर्ताओं के विरोध को देखते हुए राजभवन के भी नजदीक में सुरक्षा व्यवस्था को तैनाती की गई है, पुलिस जवानों और अधिकारियों को राजभवन के बाहर सुरक्षा में लगाया गया है. हालांकि फिर भी राजभवन के बाहर झामूमो कार्यकर्ता और नेताओं का जमावड़ा लगा हुआ है. यह सभी राजभवन के बाहर मुख्यमंत्री जिंदाबाद के नारे लगा रहे हैं.
पहला समन 8 अगस्त को
मुख्यमंत्री ने एजेंसी को पत्र लिखकर कहा था कि वह 20 जनवरी को अपने आधिकारिक आवास (सीएम हाउस) में बयान दर्ज करवाएंगे. इन समन के खिलाफ झारखंड सीएम हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट तक का दरवाजा खटखटा चुके हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पहला समन 8 अगस्त को भेजा गया था.
जमीन घोटाला मामला
प्रवर्तन निदेशालय के मुताबिक झारखंड में भू-माफियाओं का अवैध रूप से कब्जा है. झारखंड में कई जगहों पर यह गिरोह काम कर रहा है. इस मामले में निदेशालय ने अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है. ईडी ने 2011 बैच की आईएएस अधिकारी छवि रंजन को भी जमीन घोटाला मामले में शामिल किया है. वह झारखंड के सामाजिक कल्याण विभाग की डायरेक्टर और रांची की डिप्टी कमिश्नर के पद पर अपनी सेवा दे चुकी है. इसी मामले में पूछताछ के लिए सीएम हेमंत सोरेन को ईडी ऑफिस बुलाया जा रहा है.
हेमंत सोरेन में जमीन घोटाला मामले में ईडी के समन भेजे जाने पर कहा था कि इसे दुर्भावना और राजनीति से प्रेरित कर मेरे खिलाफ भेजा जा रहा है. साथ ही सीएम ने कहा कि अगर समन वापस नहीं लिया जाएगा, तो ऐसी स्थिति में वह कानूनी रास्ता अपनाएंगे.