प्रवर्तन निदेशालय यानी ED ने सात समन भेजने पर पेश ना होने के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को आज तलब किया है. शनिवार को ED ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लांड्रिंग के मामले में पत्र लिखकर पेश ना होने का कारण पूछा है. साथ ही पत्र में हाजिर होने के लिए डेडलाइन भी जारी की है. पत्र में ED ने पूछा है कि वह इतने समन के बाद भी हाजिर क्यों नहीं हो रहे हैं?
ED ने सीएम हेमंत सोरेन को 16 जनवरी से 20 जनवरी के बीच में जांच एजेंसी के कार्यालय में अपना बयान दर्ज करवाने के लिए पेश होने को कहा है. इसके पहले भी सीएम हेमंत सोरेन को तलब करते हुए ED ने पत्र सह-समन जारी कर पेश होने के लिए कहा था और पूछा था कि वह अपनी सुविधा अनुसार तारीख और जगह के बारे में जानकारी साझा करें, ताकि उनसे मनी लांड्रिंग के बारे में बयान लिया जा सके.
14 अगस्त को ED ने पहली बार भेजा था समन
ईडी ने बीते साल 30 दिसम्बर को पत्र लिखकर सीएम हेमंत सोरेन को जवाब दाखिल करने का आखरी मौका दिया था. ईडी ने सीएम सोरेन को पत्र लिखकर कहा था कि वह सात दिनों के अंदर ही जमीन घोटाला मामले में अपने बयान को दर्ज कराएं और उसके लिए जगह, डेट और टाइम भी बताएं. ED ने साफ तौर पर लिखा था कि यह सभी (जगह, डेट और टाइम) ED और सीएम सोरेन के हिसाब से उपयुक्त होने चाहिए. जगह के बारे में सूचना देने के लिए 2 दिनों के अंदर लिखित रूप में जवाब दाखिल करने को भी ईडी ने लिखा था. इस पत्र का भी जवाब सीएम ने नही दिया था.
कहा जा सकता है कि सीएम सोरेन को कुल मिलाकर अब तक आठ बार पूछताछ के लिए बुलावा भेजा जा चुका है. 31 दिसंबर तक पिछले समन के लिए डेडलाइन रखी गई थी. बीते साल 14 अगस्त को ED ने सीएम को पूछताछ के लिए पहली बार समन भेजा गया था, जिसके बाद अबतक कुल सात बार समन भेजा जा चुका है. सीएम हेमंत सोरेन ED के सामने अबतक एक बार भी पेश नहीं हुए हैं.
सीएम हेमंत सोरेन ने अपने खिलाफ जारी हुए समन पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था. हाईकोर्ट में भी उन्होंने याचिका दायर कर ED की कार्रवाई से सुरक्षा की मांग रखी थी, दोनों अदालतों से सीएम की याचिका खारिज हो चुकी है.
इस पूरी घटना पर भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने सोशल मीडिया एक्स पर हेमंत सोरेन के खिलाफ चुटकी ली है. उन्होंने अपने एक्स अकाउंट पर ट्वीट कर लिखा है कि आप के पाप के लिए चार था और झारखंड के मुख्यमंत्री के डकैती के लिए आठवां समान कोई मायने नहीं रखता. केजरीवाल जी तो हल्ला मचा रहे हैं, हमारे मुख्यमंत्री तो चुपचाप रजाई में घुसकर जाड़ा काट रहे हैं.
प्रवर्तन निदेशालय के मुताबिक झारखंड में भू-माफियाओं का अवैध रूप से कब्जा है. झारखंड में कई जगहों पर यह गिरोह काम कर रहा है. इस मामले में निदेशालय ने अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है. ईडी ने 2011 बैच की आईएएस अधिकारी छवि रंजन को भी जमीन घोटाला मामले में शामिल किया है. वह झारखंड के सामाजिक कल्याण विभाग की डायरेक्टर और रांची की डिप्टी कमिश्नर के पद पर अपनी सेवा दे चुकी है. इसी मामले में पूछताछ के लिए सीएम हेमंत सोरेन को ईडी ऑफिस बुलाया जा रहा है.
हेमंत सोरेन में जमीन घोटाला मामले में ईडी के समन भेजे जाने पर कहा कि इसे दुर्भावना और राजनीति से प्रेरित कर मेरे खिलाफ भेजा जा रहा है. साथ ही सीएम ने कहा कि अगर समन वापस नहीं लिया जाएगा, तो ऐसी स्थिति में वह कानूनी रास्ता अपनाएंगे. जिसके बाद एक बार फिरसे ईडी ने समन भेजा है.