एडमिरल आर हरि कुमार के रिटायर होने के बाद मंगलवार 30 अप्रैल को एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने नेवी के 26वें चीफ (Chief of Navy) के तौर पर पदभार ग्रहण किया है. इससे पहेल एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी (Dinesh Kumar Tripathi) नेवी में वाइस चीफ का पद संभाल रहे थे. पदभार ग्रहण समारोह में दिनेश कुमार त्रिपाठी ने अपनी मां के पैर छूकर आशीर्वाद लिया.
60 वर्षीय त्रिपाठी ने एक जुलाई 1985 को भारतीय नौसेना ज्वाइन किया था. भारतीय नौसेना में उन्हें पहली पोस्टिंग एग्जीक्यूटिव ब्रांच में मिली थी.
एडमिरल का पद पर ग्रहण करने के बाद मीडिया को दिए बनयान में दिनेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि “विकसित भारत बनाने के लिए भारतीय नौसेना (Indian Navy) को आत्मनिर्भर बनाने के दिशा में काम करना है. पिछले कुछ वर्षों में, हमारी नौसेना युद्ध के लिए तैयार, एकजुट, विश्वसनीय और भविष्य के लिहाज से तत्पर बल के रूप में विकसित हुई है. समुद्री क्षेत्र में मौजूदा और उभरती चुनौतियां यह कहती हैं कि भारतीय नौसेना को शांति से समुद्र में संभावित विरोधियों को रोकने के लिए हर समय तैयार रहना चाहिए. ऐसा करने के लिए कहे जाने पर समुद्र में और समुद्र से युद्ध जीतना चाहिए. यह मेरा एकमात्र फोकस और प्रयास रहेगा.
कौन है एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी
15 मई 1964 को जन्मे एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी की स्कूली पढ़ाई सैनिक स्कूल रीवा से हुई है. वहीं कॉलेज स्तर की पढ़ाई उन्होंने कोच्चि के सिग्नल स्कूल, वेलिंगटन के डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज और अमेरिका के यूनाइटेड स्टेट्स नेवल वॉर से की है.
भारतीय नौसेना प्रमुख (Indian Navy Officer) बनने से पहले उन्होंने भारतीय नौसेना में विभिन्न पदों जैसे- नौसेना स्टाफ के उपप्रमुख, इस्टर्न नेवी के फ्लैग ऑफिसर, नेवल स्टाफ (पॉलिसी) के असिस्टेंट चीफ, इंडियन नेवल अकेडमी में कमांडेंट, फ्लीट ऑपरेशन ऑफिसर, नेवल ऑपरेशंश के डायरेक्टर, नेटवर्क सेंट्रिक ऑपरेशंस के प्रिंसिपल डायरेक्टर, नेवल ऑपरेशंस के डायरेक्टर जनरल और नेवल प्लान्स के प्रिंसिपल डायरेक्टर जैसे प्रमुख पदों पर काम किया है.
दिनेश त्रिपाठी को नौसेना मेडल के साथ-साथ, अतिविशिष्ट सेवा मेडल से भी नवाजा जा चुका है.