मंगलवार को हरियाणा में भाजपा सरकार ने सीएम का चेहरा बदल दिया. हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफ़े के बाद नायब सिंह सैनी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. इसके बाद सैनी हरियाणा के 11वें मुख्यमंत्री बन गए.
सैनी के मुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण के बाद आज हरियाणा विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है. जिसमें सीएम सैनी सदन में अपना विश्वास प्रस्ताव रख रहे हैं. सीएम सैनी ने दावा किया है कि वह अपना बहुमत आज साबित करेंगे. नए सीएम ने राज्यपाल को 48 विधायकों के समर्थन की चिट्ठी भेजी है.
लोकसभा चुनाव के पहले सरकार ने चेहरा बदलकर एक बड़ा दांव खेला है. आज फ्लोर टेस्ट के दौरान विधानसभा के नए स्पीकर का भी चुनाव हो सकता है.
10 विधायकों के साथ सदन से वॉकआउट
हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर के इस्तीफ़े के बाद जेजेपी के समर्थन वाली सरकार गिर गई थी. सदन में जैसे ही आज मुख्यमंत्री सैनी ने विश्वास मत रखा जेजेपी ने सभी 10 विधायकों के साथ सदन से वॉक आउट कर दिया. वही एक निर्दलीय बलराज कुंडू ने भी सदन की कार्रवाई छोड़ दी.
सदन की कार्रवाई के पहले जेजेपी ने व्हिप जारी कर सभी 10 विधायक को वोटिंग के दौरान गैर हाजिर रहने को कहा था. जेजेपी ने कहा कि पीएम मोदी खुद हरियाणा आए और मनोहर लाल खट्टर की तरफदारी की, लेकिन उसके बाद जो चीरहरण हुआ ऐसा द्रोपदी के साथ भी नहीं हुआ था.
नायब सिंह सैनी ओबीसी समुदाय से आते हैं. पिछले साल उन्हें बीजेपी हरियाणा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था. 1996 में हरियाणा बीजेपी के संगठन में सैनी को बड़ी जिम्मेदारी दी गई थी, उसके बाद 2002 में नायब सिंह अंबाला भाजपा युवा मोर्चा के जिला महामंत्री के तौर पर नियुक्त किए गए थे. 2005 में सैनी भाजपा अंबाला युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष बने. इसके बाद भाजपा हरियाणा किसान मोर्चा के प्रदेश महामंत्री के पद को भी उन्होंने संभाला था. 2012 में नायब सैनी अंबाला के जिला अध्यक्ष बना दिए गए. 2014 के विधानसभा चुनाव में नायब सैनी को नारायणगढ़ से टिकट दिया गया, जिसमें उन्होंने जीत हासिल कर विधानसभा की तरफ अपना कदम बढ़ाया. इसके बाद 2016 में मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार में सैनी राज्य मंत्री बनाए गए. 2019 के लोकसभा चुनाव में नायब सैनी को कुरुक्षेत्र से टिकट दिया गया.