बिहार के सहरसा जिले में बुधवार की देर रात 12:00 बजे के करीब एक ट्रेन दो भागों में बंट गई और पटरी पर तेज रफ्तार से दौड़ने लगी. दो भागों में बंटी ट्रेन के अंदर सवार यात्रियों को यह समझ नहीं आया की ट्रेन का इंजन कहा है. कुछ दूर तक बोगियों के दौड़ने के बाद रफ्तार थमी और सभी बोगियां रुक गई.
यह घटना सहरसा जिले में बुधवार की रात हुई. रात 11:20 में पाटलिपुत्र के लिए जनहित एक्सप्रेस रवाना हुई लेकिन जैसे ही ट्रेन सिमरी बख्तियारपुर स्टेशन से आगे निकली और कोपरिया स्टेशन पर पहुंचने ही वाली थी, तभी ट्रेन में तेज झटका लगा और ट्रेन का हुक टूट गया. ट्रेन का हुक टूट जाने से ट्रेन दो हिस्सों में बंट गई और बंटे हुए दोनों ही हिस्से पटरी पर दौड़ने लगे. जब इसकी जानकारी यात्रियों के बीच गई वैसे ही ट्रेन के अंदर हड़कंप मच गया.
घने कोहरे की वजह से ट्रेन की स्पीड कम थी, जिसकी वजह से ट्रेन कुछ दूर तक ही पटरियों पर दौड़ी और थम गई. ट्रेन के इंजन के साथ एसी के 3 बोगी जुड़े हुए थे और बाकी हिस्से ट्रेन से अलग हो गए थे. हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
घटना की जानकारी मिलने के बाद रेलवे में भी हड़कंप मच गया, जिसके बाद तुरन्त मौके पर अधिकारी और कर्मचारी जांच के लिए पहुंचे. रात में ही ट्रेन के इंजन से जुड़ा हिस्सा कोपरिया स्टेशन लाया गया. घटना के बाद 3 घंटे के करीब कोपरिया स्टेशन पर ट्रेन रुकी रही. इस बीच पाटलिपुत्र से दिल्ली, जम्मू, मुंबई आदि जगहों के लिए जाने वाली ट्रेन को इंतजार करना पड़ा.
बीते साल से ही ट्रेन हादसों में इजाफा देखा गया है, रेलवे की भी लापरवाही कुछ मामलों में सामने आई है. ठंड के दिनों में ट्रेन हादसे होने के ज्यादा मामले सामने आते हैं, अगर ट्रेन दुर्घटनाओं में कमी लानी है तो रेलवे को हर बिन्दुओं पर ध्यान देना होगा तभी लोग आंख बंद कर ट्रेन में सफ़र कर पाएंगे.