शुक्रवार को सबकी निगाहें राजधानी दिल्ली पर टिकी हुई है. ऐसा इसलिए नहीं क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वहां से कोई बड़ा ऐलान करने वाले हैं और ना ही कोई बिल या विधेयक पास होने वाला है. बल्कि ऐसा सिर्फ इसलिए क्योंकि बिहार की सत्तारूढ़ पार्टी जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक का आज आयोजन दिल्ली में हो रहा है.
इस बैठक पर सब की निगाहें बीते चार-पांच दिन से लगी हुई है. बैठक को लेकर चर्चाओं का बाजार इतना गर्म है कि हर तरफ से उलट-फेर, इस्तीफें और चुनावी बयानबाजियां सामने आ रही हैं.
राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक
शुक्रवार को दिल्ली में जदयू कार्यालय में 11:30 बजे से राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक की शुरुआत होगी. इसके बाद 3:30 बजे राष्ट्रीय परिषद की बैठक होनी है. कहा जा रहा है कि इस बैठक में ललन सिंह राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के इस्तिफें को नीतीश कुमार को सौंपेंगे. ललन सिंह के इस्तीफ़े के बाद मुख्यमंत्री खुद इस पद को संभालेंगे. हालांकि ऐसा होगा या नहीं यह बात अभी तक तय नहीं है क्योंकि इस खबर को खुद ललन सिंह और सीएम नीतीश कुमार ने मीडिया के सामने नकारा है.
ललन सिंह का इनकार
गुरुवार को दिल्ली पहुंचने से पहले जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने मीडिया से बात करते राजद के साथ जुड़ने की खबर को झूठ बताया था. इसके साथ ही उन्होंने जनता दल यूनाइटेड में बिखराव की बात को भी झूठला दिया और अपने इस्तीफा को ललन सिंह ने भाजपा का अजेंडा बताया था. इस्तीफे पर राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि जहां तक इस्तीफ़े की बात है तो मुझे अगर इस्तीफा देना होगा तो मैं आपसे परामर्श करके इस्तीफा दूंगा.
दूसरी तरफ चर्चा यह भी है कि इंडिया गठबंधन के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर भी चर्चा इस मीटिंग में होनी है. इस बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का भी आयोजन दिल्ली में कराया जाएगा.
ललन सिंह के इस्तीफ़े से जदयू में काफ़ी उथल-पुथल मचने वाली है. जदयू के असमंजस से चुनावी परिणाम में असर देखने मिल सकता है.