Jharkhand News: जमीन घोटाला मामले की चार्जशीट में ED ने किया बड़ा खुलासा, टैगोर के वंशज की जमीन पर थी राजस्व अधिकारी की नजर!

Jharkhand News: बड़गई अंचल के जमीन घोटला चार्जशीट से कई बड़े खुलासे हुए है. दस्तावेजों की समीक्षा में ईडी ने कवि रविन्द्रनाथ टैगोर के संबंधी की जमीन पर जालसाजी का सबूत पाया है.

New Update
जमीन घोटाला मामले में ED

जमीन घोटाला मामले में ED

जमीन घोटाला मामले में ईडी ने चार्जशीट दाखिल की थी, बड़गई अंचल के जमीन घोटला चार्जशीट से कई बड़े खुलासे हुए है. ईडी ने विशेष अदालत को बताया कि बड़गई अंचल के राजस्व उपरीक्षक भानु प्रसाद के ठिकाने से भारी मात्रा में दस्तावेजों की बरामद की हुई थी. इन दस्तावेजों की समीक्षा की गई है, जिसमें कवि गुरु रविंद्र नाथ टैगोर के संबंधी कि जमीन के कागजात मिले हैं.

हिमंत नाथ टैगोर के बेटे के जमीन से संबंधित दस्तावेज ईडी के हाथ लगे हैं. इसके साथ ही जिस जमीन घोटाले को लेकर ईडी जांच कर रही है, उससे संबंधित दस्तावेज भी भानु प्रसाद के ठिकानों पर मिले हैं. ईडी की चार्जशीट के मुताबिक हिमंत टैगोर की जमीन बढ़ गई मौजा के खाता नंबर 256 में है, यह गैर मजरूवा जमीन है. जमीन कुल 3.81 एकड़ में फैला है. ईडी ने छापेमारी में इस जमीन के म्यूटेशन से संबंधित नंबर 1523/2021-22 के दस्तावेज मिले थे.

टैगोर की जमीन के अलावा चिल्ड्रन एजुकेशन ट्रस्ट ऑफ़ इंडिया से संबंधित 4.90 एकड़ जमीन से संबंधित दस्तावेज, कोलकाता में पंजीकृत सेल डीड भी ईडी के हाथ लगे हैं.

प्रदीप बागची पर संपत्ति हड़पने का आरोप

जमीन घोटाला मामले में ईडी ने 16 फरवरी को बढ़ गई अंचल के पूर्व राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप का बयान लिया था. जिसमें भानु प्रताप ने टैगोर की जमीन के प्लॉट के बारे में जानकारी दी थी. भानु प्रताप ने बताया कि एक आदमी कलीराम सिंह के बेटे लखन सिंह ने उक्त जमीन की प्रकृति को प्रतिबंधित सूची से मुक्त कराने के लिए कोशिश की थी. लखन सिंह ने प्रकृति बदलवाने के लिए कोलकाता में एक डीड भेजा था.

इन सबके लिए रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन और भानु प्रताप, वीरेंद्र स्वामी ने कोलकाता रजिस्ट्री कार्यालय का दौरा भी किया था. रिपोर्ट सौंपकर जमीन को प्रतिबंधित सूची से बाहर करवाया था.

पूछताछ में भानु प्रताप अपने मान लिया था कि उसने कई लोगों के साथ मिलकर बड़ी मात्रा में जमीन की हेराफेरी की है.

2022 में जमीन घोटाले की शुरुआत हुई, बरियातू पुलिस थाने में रांची नगर निगम के टैक्स कलेक्टर दिलीप शर्मा की ओर से FIR दर्ज कराया गया था. FIR में एक शख्स को आरोपी बनाया गया था. आरोपी प्रदीप बागची पर संपत्ति को हड़पने का आरोप है. जांच में आगे पता चला कि अवैध नाम और पते के आधार पर जमीन पर अवैध कब्जा किया गया है, जिसमें सरकारी डीसी समेत कई अधिकारियों पर कार्रवाई की गई.

इस मामले में जांच करते हुए इस छवि रंजन से पूछताछ की गई थी, उन पर भी जमीन दस्तावेज में जालसाजी का आरोप है. इसके अलावा आईएएस पूजा सिंघल को भी पुलिस ने जमीन घोटाला और मनी लांड्रिंग के मामले में गिरफ्तार किया था. पूर्व सीएम हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को भी ईडी ने गिरफ्तार किया. ईडी ने इस मामले में पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को भी गिरफ्तार किया है, वह बीते 2 महीने से जेल में हैं.

jharkhand news Hemant Soren in jail ED chargesheet on hemant soren land scam in Jharkhand